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रांची/डेस्क: एक ऐसे पौधे के औषधीय गुण के बारे में आज हम आपको बता रहे हैं. जो हमेशा में सजावटी शो पत्ते के रूप में घरों में रखा जाता है. जादुई पौधा के रूप में इससे बच्चे खेलते भी हैं. इस पौधे को लाजवंती कहते है. छुई मुई और जादुई पौधा भी इसे कहा जाता है. आयुर्वेद में लाजवंती पौधे की बहुत सारे फायदे हैं. चोट लगने पर, पेट दर्द में, बवासीर होने पर इसका औषधीय उपयोग किया जाता है.
आयुर्वेदिक चिकित्सकों का कहना है कि सभी मौसम में लाजवंती घर के आसपास गांव घर में मिलने वाला पौधा है. लाजवंती के पत्ती का उपयोग पेट में बैक्टीरिया इन्फेक्शन में, डायरिया में उपयोग किया जाता है.
व्यक्ति के किसी अंग में अगर कही पर चोट लग जाने से सूजन हो जाती है तो लाजवंती के जड़ का लेप लगाने से अथवा इसके बीज का चूर्ण बना कर सूजन में लगाने से आराम मिलता है.
बवासीर यदि किसी व्यक्ति को है तो लाजवंती के पत्ते को पीसकर उसके रस को दूध के साथ पीने से बहुत लाभ मिलता है.
इसके जड़ का काढ़ा बनाकर पीने से शुगर में लाभ मिलता है. इसके साथ ही लाजवंती के जड़ को सुबह शाम पिलाने से पथरी भी गलकर निकल जाती है.
Disclaimer: यह आलेख एक्सपर्ट्स के राय के आधार पर लिखी गई है. इसका सेवन करने से पहले उचित सलाहकार से सलाह जरुर लें.