कई थानों की पुलिस हो रही मालामाल, ईमानदारी से नही रोक लगा रही धनबाद/हजारीबाग पुलिस
प्रशांत शर्मा / न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्कः पुलिस लाख दावा करें कि कोयले के अवैध कारोबार पर रोक लगा देंगे मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. अगर पुलिस ने इस कारोबार पर ब्रेक लगा दिया तो जीटी रोड के थानों के थानेदार के समक्ष 'भुखमरी' की नौबत आ जाएगी. उनके बच्चे ऊंचे महंगे स्कूल में तालीम नही पा सकेंगे. उनकी पत्नियों की 'राजशी थाट' भी बंद हो जाएगी. सिर्फ तनख्वाह के पैसे से उनका गुजारा होना मुश्किल हो जाएगा. वजह यही है कि राज्य मुख्यालय से नजरे चुराकर जीटी रोड के तमाम थानेदार रोज कोयला लदे कई ट्रकों को अपने इलाके से सुरक्षित पार करा रहे हैं.
चौपारण के 'पांडेय जी' बनारस की मंडियो में खपा रहे धनबाद का कोयला
हालिया जानकारी के अनुसार, धनबाद के बाघमारा पुलिस अनुमंडल से रोज चोरी का कोयला धनबाद के राजगंज, तोपचाची, डुमरी, बगोदर, गोरहर, बरही होते हुए चौपारण पहुंच रहा है. इस गोरखधंधे में तीन तीन जिला धनबाद, गिरिडीह और हजारीबाग थाने की पुलिस मालामाल हो रही. जानकारी के अनुसार एक बार फिर धनबाद के बाघमारा पुलिस अनुमंडल के तेतुलमारी थाना इलाके से व्यापक पैमाने पर कोयला तस्करी शुरू होने की खबर है. रात 10 बजते ही पिकअप के जरिये कोयला निकलने का खेल शुरू हो जाता है. और बारी बारी से एक दर्जन पिकअप चार-चार टन कोयला लादकर बरही चौपारण पहुंच रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेतुलमारी क्षेत्र का अमन गैंग राजगंज के एक सरगना से मिलकर इस गोरखधंधे को अंजाम देता है. कोयला लदी गाड़ियां तेतुलमारी से सीधे राजगंज अंडर पास होते हुए जीटी रोड पकड़ लेती है.
गिरिडीह एसपी और हजारीबाग एसपी की पैनी नजर ट्रकों पर है, लेकिन कोयला तस्करों और थानेदारों ने वरीय अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकते हुए अब छोटी गाड़ियों के सहारे इस काम को अंजाम देना शुरू कर दिया है. ऐसे में प्रत्येक दिन 30 से 40 टन कोयला चौपारण के पांडेय जी के पास पहुंच रहा है. वहां से कोयला डेहरी और बनारस की मंडियों में पहुंच जाता है. सारा खेल तेतुलमारी पुलिस के शातिराना दिमाग से हो रहा है. मामले की जानकारी गिरिडीह और हजारीबाग पुलिस को दे दी गयी है. कहते हैं पहले एक गाड़ी को रवाना किया जाता है. फिर उसके सिग्नल से बाकी गाड़ियां पीछे पीछे निकलती है. पुलिस को पूरे माजरे का पता चल गया है.