झारखंड » चतराPosted at: मई 20, 2025 बीड़ी पत्ता तोड़ाई में मजदूरों के साथ घोटाला, सरकारी दर 188 रुपए सैकड़ा मजदूरों को मिल रहा मात्र 160 रुपए सैकड़ा
मजदूर पेट के वास्ते जंगल पहाड़ के गोद से लाते हैं केंदू पत्ता तोड़

मोकिम अंसारी/न्यूज़11 भारत
सिमरिया/डेस्क: प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों बीड़ी पत्ता का तोड़ाई जारी हैं. जहां मजदूर पेट भरने के वास्ते दिन दुपहरिया में जंगल पहाड़ों के गोद में जाकर केंदू पत्ता तोड़ कर ठेकेदार द्वारा बनाए गए फांडी में देता हैं. जिसका सरकारी मजदूरी दर 188 रुपए प्रति सैकड़ा हैं. किंतु ठिकेदार द्वारा हज 160 रुपए प्रति सैकड़ा देकर मजदूरों का मजदूरी के दौरान शोषण किया जा रहा हैं.
विचारणीय है कि इस भीषण गर्मी के दिनों में केंदूपत्ता मजदूर केंदू पत्ता के रोजगार के लिए अपना दिन-रात न्यौछावर कर काफी चुनौतियां झेलते है, ताकि अपनी रोजी-रोटी चला सकें. ऐसे में यह केंदूपत्ता मजदूर काफी श्रम करने के बाद भी उतना ही कमा पाते है, जितने में सुबह-शाम पेट की भूख मिटाई जा सकती हैं. फिर भी ठेकेदार द्वारा कम मजदूरी देकर शोषण किया जा रहा हैं. ठिकेदार सोहेल द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी मजदूरों को 160 रुपए प्रति सैकड़ा दिया जा रहा है और बाकी मजदूरों के खाते में 88 रुपए डाल दिया जाएगा. वहीं मजदूरों का कहना है कि यदि कोई मजदूर दो दिन ही फांडी में बीड़ी पत्ता देता है तो उसको बकाया रुपया कैसे दिया जाएगा. यह केवल ठिकेदार द्वारा झूठ हैं. उनका कहना है कि मजदूरों को जो सरकारी दर 188 रुपए प्रति सैकड़ा है, वे मजदूरों को मिलना चाहिए वरना मजदूर फांडी नहीं चलने देंगे.