Sunday, Jun 29 2025 | Time 15:40 Hrs(IST)
  • झारखंड में भारी बारिश से हड़कंप, पूर्वी सिंहभूम के स्कूल में फंसे 162 छात्र सुरक्षित रेस्क्यू
  • झारखंड में भारी बारिश से हड़कंप, पूर्वी सिंहभूम के स्कूल में फंसे 162 छात्र सुरक्षित रेस्क्यू
  • पुरी रथ यात्रा में भगदड़ से तीन श्रद्धालुओं की मौत, SP और DM का तबादला; मुख्यमंत्री ने माफी मांगते हुए कार्रवाई के दिए आदेश
  • हिमाचल प्रदेश में बारिश से मची तबाही, कम से कम 17 लोगों की मौत, अरवों की सम्पत्ति तबाह
  • बगोदर के प्रवासी मजदूर की मुम्बई में दर्दनाक मौत, चार बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
  • बारिश में मोबाइल भीग जाएं तो घबराएं नहीं, जानें क्या करें और क्या नहीं
  • बिहार महागठबंधन का नया समीकरण आया सामने, ओवैसी की पार्टी भी आयी साथ!
  • बिहार महागठबंधन का नया समीकरण आया सामने, ओवैसी की पार्टी भी आयी साथ!
  • मोतिहारी में बीच सड़क पर युवक ने लड़की से किया रेप, भीड़ ने कर दी युवक पिटाई
  • स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना
  • गढ़वा के रंका थाना क्षेत्र में तीन ऑटो की भिड़ंत, हादसे में एक बच्चे की मौत
  • किन लड़कियों को मिलेगा 'नव्या योजना' का लाभ? जानिए कैसे कर सकते है अप्लाई
  • शनिवार शाम से बाहरागोड़ा समेत आसपास वाले क्षेत्र में भारी बारिश के कारण जन जीवन अस्त-व्यस्त
  • धनबाद के वासेपुर में एक बार फिर से गोली चली,आरा मोड़ पर दो पक्षों में जमकर मारपीट
  • बाबूलाल मरांडी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ देवघर में सुनी PM के मन की बात
देश-विदेश


यूकेलिप्टस हटाओ, ऑक्सीजन से भरपूर, फलदार, हरियाली वाले वृक्ष लगाओ और पर्यावरण बचाओ

यूकेलिप्टस हटाओ, ऑक्सीजन से भरपूर, फलदार, हरियाली वाले वृक्ष लगाओ और पर्यावरण बचाओ

न्यूज़11 भारत

रांची/डेस्क:
वर्तमान में झारखंड में जल संकट एक अत्यंत ही गंभीर समस्या हो गई है, राज्य के तमाम शहर और गांव जल स्तर के गिरते स्तर से जल संकट से गुजर रहे हैं. यहां तक कि राज्य में बहुतायत डैम और झरनों आदि के होने के बाद भी जल की व्यापक कमी हो गई है. राज्य की राजधानी रांची सहित अनेक शहरों में अक्सर ही पानी की कमी की वजह से "वाटर राशनिंग" का सहारा लिया जाता है. जल की कमी एक अत्यंत ही विचारणीय और गंभीर समस्या है और अगर इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो निकट भविष्य में हम सब बूंद-बूंद जल के लिए तरसेंगे. तमाम वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधान के बाद यह स्पष्ट हो चुका है कि जल संकट का सबसे भीषण कारण यूकेलिप्टस के वृक्ष होते हैं.



यूकेलिप्टस वृक्ष भूमि से जल का दोहन करके आसपास की भूमि को नुकसान पहुंचाते हैं और उसे बंजर बना देते हैं. यूकेलिप्टस के पेड़ एक दिन में 12 लीटर पानी सोखते हैं. हालांकि, यह बात इस बात पर निर्भर करती है कि पेड़ को कितनी मात्रा में पानी मिल रहा है. सूखे जैसी परिस्थितियों में, इसकी जड़ें 20-30 फ़ीट तक फैल सकती हैं और ज़्यादा पानी सोख सकती हैं. यूकेलिप्टस के पेड़ों की पत्तियाँ और जड़ें, अन्य पेड़-पौधों को उनके नीचे उगने और पनपने से रोकती हैं, जिससे मिट्टी का व्यापक कटाव भी होता है. असल में यूकेलिप्टस के वृक्ष दलदली क्षेत्रों में इसलिए लगाए जाते थे जिससे कि भूमि को उपयुक्त बनाया जा सके और झारखंड राज्य में स्वयं ही जल की कमी है और बिना सोचे विचारे इन वृक्षों को सामान्य भूमि पर लगा दिया गया, जिससे कि पानी की समस्या एक अत्यंत ही विकराल रूप झारखंड राज्य में ले चुकी है. 


यूकेलिप्टस के वृक्षों के पर्यावरणीय दुष्प्रभाव:


- भूमि से जल का अत्यधिक दोहन


- भूमि के जलस्तर को एकदम से नीचे गिराना 


- जल की कमी की गंभीर समस्या उत्तपन्न करना


- मिट्टी का अत्यधिक कटाव


- अन्य पेड़-पौधों को उगने और पनपने से रोकना


- भूमि को बंजर बनाना


समाधान:


- पर्यावरण के दुश्मन यूकेलिप्टस वृक्षों को हटाना


- हरियाली युक्त, फलदार,ऑक्सीजन से भरपूर वृक्ष लगाना


- जैव विविधता को बढ़ावा देना


इस विषय पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को व्यापक विचार करना चाहिए और युकेलिप्तस वृक्षों द्वारा होने वाले निरर्थक और अत्यधिक जल दोहन को रोकने हेतु त्वरित कदम उठाकर अगली पीढ़ी का भविष्य संरक्षित करने का प्रबंध करना चाहिए.


ये भी पढ़ें- अभिलाष साहू बनाए गए प्रदेश कांग्रेस के नए मुख्यालय प्रभारी, राजन वर्मा को सह कार्यालय प्रभारी का जिम्मा


 


 
अधिक खबरें
पुरी रथ यात्रा में भगदड़ से तीन श्रद्धालुओं की मौत, SP और DM का तबादला; मुख्यमंत्री ने माफी मांगते हुए कार्रवाई के दिए आदेश
जून 29, 2025 | 29 Jun 2025 | 3:23 PM

ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के दौरान हुई भीषण भगदड़ के बाद राज्य सरकार ने कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की है. रविवार सुबह करीब 4:30 बजे श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने उमड़ी भारी भीड़ में अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए. घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अपने दोनों उपमुख्यमंत्रियों के साथ आपात बैठक बुलाई और इस त्रासदी को "अक्षम्य लापरवाही" करार देते हुए पुरी के जिलाधिकारी (DM) सिद्धार्थ शंकर स्वैन और पुलिस अधीक्षक (SP) विनीत अग्रवाल का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया.

हिमाचल प्रदेश में बारिश से मची तबाही, कम से कम 17 लोगों की मौत, अरवों की सम्पत्ति तबाह
जून 29, 2025 | 29 Jun 2025 | 3:01 PM

उत्तर भारत मे भीषण बारिश ने तबाही मचा रखी है. उत्तराखंड और हिमाचल में इस समय कयामत की बारिश हो रही है. हिमाचल में तो हालात बद से बदतर हो चुके हैं. हिमाचल में बारिश ने जो तबाही मचाई है, उसमें एक हफ्ते में 17 लोगों की मौत हो चुकी है. अपुष्ट खबरें बता रही हैं कि यह आंकड़ा 30 या उससे भी अधिक है और करीब 75 लोग बारिश जनित

बिहार महागठबंधन का नया समीकरण आया सामने, ओवैसी की पार्टी भी आयी साथ!
जून 29, 2025 | 29 Jun 2025 | 2:33 AM

बिहार विधानसमभा चुनाव नजदीक आते-आते राजनीतिक दलों का समीकरण भी बदलने लगा है. झारखंड में राजद को साथ लेकर उसे 6 सीटें जिताने वाली झामुमो महागठबंधन से आउट हो चुकी है. बिहार में झामुमो की कोई पूछ नहीं है, वहीं एक नया समीकरण सामने आया है. इस समीकरण में अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM महागठबंधन में शामिल

किन लड़कियों को मिलेगा 'नव्या योजना' का लाभ? जानिए कैसे कर सकते है अप्लाई
जून 29, 2025 | 29 Jun 2025 | 2:11 PM

देश में बेटियों को सशक्त बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया हैं. हाल ही में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने मिलकर लड़कियों के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है- ‘नव्या योजना’.

Job Alert: रेलवे में नौकरी का सुनहरा मौका! RRB टेक्नीशियन के 6238 पदों पर भर्तियां शुरू, जानें कैसे करें आवेदन
जून 29, 2025 | 29 Jun 2025 | 1:06 PM

रेलवे में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी हैं. रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने तकनीशियन ग्रेड-I सिग्नल और ग्रेड-III के कुल 6238 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी हैं. इस भर्ती के तहत तकनीशियन ग्रेड-I सिग्नल के 183 और तकनीशियन ग्रेड-III के 6055 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी. आवेदन करने की आखिरी तारीख 28 जुलाई 2025 है जबकि आवेदन शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि 30 जुलाई 2025 तय की गई हैं.