बसंत कुमार साहू/न्यूज़11 भारत
सरायकेला/डेस्क: श्री गुरु अर्जुन देव जी महाराज सिख धर्म के पांचवें गुरु थे. उनका जन्म 15 अप्रैल 1563 को हुआ था और उन्हें 30 मई 1606 को मुगलों द्वारा शहीद कर दिया गया था. गुरु अर्जुन देव जी महाराज ने सिख धर्म के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
30 मई को गुरु अर्जुन देव जी महाराज के शहादत दिवस मनाए गए.उसे देखते हुए आज कंदरबेड़ा स्थित मंजीत होटल परिसर में चाना एवं सर्वत्र वितरण किया गया .
सरायकेल खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के टाटा रांची मुख्य राज्य मार्ग 33 स्थित मंजीत होटल परिसर में गुरु अर्जुन देव जी 419वा शहादत दिवस के अवसर पर आज सरबत एवं चाना आदि राहगीर ओर आम लोगों के वितरण किया गया . बताया जा रहा हे गुरु महाराज ने आदिग्रंथ की रचना की, जो सिख धर्म का पवित्र ग्रंथ है. गुरु अर्जुन देव जी महाराज ने सिख धर्म का प्रसार किया और इसके अनुयायियों की संख्या में वृद्धि की. गुरु अर्जुन देव जी महाराज ने हरमंदिर साहिब का निर्माण करवाया, जो सिख धर्म का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है.
गुरु अर्जुन देव जी महाराज की शहादत:
मुगलों द्वारा प्रताड़ना गुरु अर्जुन देव जी महाराज को मुगलों द्वारा प्रताड़ित किया गया और उन्हें शहीद कर दिया गया.सिख धर्म के लिए बलिदान: गुरु अर्जुन देव जी महाराज की शहादत सिख धर्म के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है और यह सिखों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है. इस अवसर पर पर मंजीत सिंह , जसवीर सिंह, गुरदीप सिंह ,सुरदीप सिंह , गोल्डी सिंह ,जमशेदपुर से सिख समुदाय के महिलाए पुरुष युवक उपस्थित थे.