रांचीः धुर्वा पुलिस ने तीन साल पहले डैम के समीप हुई दिलीप पोद्दर की हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपी आनंद कच्छप को गिरफ्तार कर लिया है. आनंद तीन साल से फरार चल रहा था, पुलिस आनंद को दो मामलों में खोज रही थी. एक मामला आर्म्स एक्ट का है. आनंद पर आरोप है कि उसनले दिलीप पोद्दार को गोली मारी थी. इस मामले में दो आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया था, लेकिन मुख्य शूटर तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही थी. आनंद ने पूछताछ में हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है. आनंद ने पुलिस का बताया कि युवक अगस्त ने उसे दिलीप की हत्या करने की सुपारी दी थी. हत्या करने के लिए एक उसे एक लाख रुपये मिला था.
अगस्त पैसा देने के बाद पत्नी का इलाज कराने के बहाने झारखंड से दूसरे राज्य में चला गया था ताकि पुलिस को उसपर शक नहीं हो. अगस्त ने आनंद से कहा था कि जब वह बाहर रहेगा तभी दिलीप की हत्या हो जानी चाहिए, लेकिन अगस्त अपनी पत्नी के साथ वापस लौटा तो देखा कि दिलीप की हत्या नहीं हुई है. उसने आनंद से इसका कारन पूछा तो आनंद ने दो से तीन दिन में हत्या कर देने की बात कही. इसके बाद प्रतिदिन आनंद अपने दोस्तों के साथ दिलीप को खोजने डैम की ओर जाने लगा. एक दिन दिलीप पोद्दार मिल गया और आनंद से उसकी हत्या कर दी.
15 लाख रुपये के लिए हुई थी हत्या
पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि अगस्त को दिलीप पोद्दार से 15 लाख रुपये लेना था. अगस्त और दिलीप ने एक जमीन का कारोबार किया था. उसी में अगस्त को दिलीप से 15 लाख रुपये लेना था, लेकिन दिलीप पैसा नहीं दे रहा था. इसी बात को लेकर अगस्त और दिलीप में विवाद हुआ था. पैसा नहीं मिलने की वजह से अगस्त ने हत्या की योजना बनाई और घटना को अंजाम दिला दिया.