मनीष मंडल/न्यूज 11 भारत
बेंगाबाद/डेस्क:- बेंगाबाद प्रखंड सहित पूरे गिरिडीह जिले में पति के लंबी उम्र के लिए सोमवार को सुहागिनों ने 16 श्रृंगार करके बरगद के पेड़ के चारों ओर फेरे लगाकर अपने पति के दीर्घायु होने की प्रार्थना की. प्यार, श्रद्धा और समर्पण का यह व्रत सच्चे और पवित्र प्रेम की कहानी कहता है. ऐसी मान्यता है कि इसी दिन मां सावित्री ने यमराज के फंदे से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी. वट सावित्री पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं वट वृक्ष (बरगद के पेड़) की पूजा करती हैं और उसकी परिक्रमा करती हैं. इस पूजा के माध्यम से महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना करती हैं. इस पूजा का संबंध सावित्री और सत्यवान की कथा से है, जिसमें सावित्री ने अपने पति के प्राणों की रक्षा के लिए यमराज से संघर्ष किया था. वट वृक्ष को पवित्र और शुभ माना जाता है, और इसकी पूजा करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद प्राप्त होता है. महिलाएं 16 श्रृंगार करके वट वृक्ष की पूजा करती और वट वृक्ष के चारों और परिक्रमा करती हैं तथा अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन की प्रार्थना करती हैं. इस प्रकार, वट सावित्री पूजा एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो महिलाओं को अपने पति के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है.