दुनिया की कई बड़ी कंपनियां 90 के दशक के कर्माचियों को नौकरी से निकाल रही हैं. एक नए सर्वेक्षण के अनुसार दुनिया भर में कई शीर्ष कंपनियां जनरेशन Z के युवाओं को काम पर रखने से बच रही हैं. नौकरी में कुछ दिनों के बाद जेन जी के युवाओं को काम से बाहर निकाल दिया जा रहा है. बता दें कि 1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में पैदा हुए लोगों को जनरेशन Z या Gen Z कहा जाता है. इंटरनेट के साथ बड़ी होने वाली इस पहली पीढ़ी के युवा जोश से भरपूर हैं, पर कंपनियां इन्हें काम देने से कतरा रही हैं.