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पलामू/डेस्क: पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में सदर अंचल कार्यालय (सीओ कार्यालय) में उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब एक विवाद के चलते 'हम' पार्टी के जिलाध्यक्ष आशुतोष तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया. यह मामला सदर अंचल अधिकारी (सीओ) अमरदीप बलहोत्रा द्वारा शहर थाना में दर्ज कराई गई एक प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें आशुतोष तिवारी पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का गंभीर आरोप लगाया गया है.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, आशुतोष तिवारी किसी कार्यवश सदर सीओ कार्यालय पहुँचे थे. इसी दौरान किसी बात को लेकर सीओ अमरदीप बलहोत्रा और जिलाध्यक्ष तिवारी के बीच तीखी कहासुनी शुरू हो गई. सीओ के आरोप के अनुसार, बहस के दौरान आशुतोष तिवारी ने कथित तौर पर कार्यालय का रजिस्टर फाड़ दिया. घटना की सूचना तुरंत सीओ द्वारा पुलिस को दी गई. सदर थाना पुलिस मौके पर पहुँची और आशुतोष तिवारी को हिरासत में लेकर शहर थाना ले आई. देर शाम सीओ के लिखित आवेदन के आधार पर पुलिस ने एफआईआर (प्राथमिकी) दर्ज की, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
परिजनों का पलटवार
गिरफ्तारी के बाद आशुतोष तिवारी के परिजनों ने सीओ द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है. परिजनों का कहना है कि यह जिलाध्यक्ष के साथ अन्याय है. परिजनों ने आरोप लगाया कि आशुतोष तिवारी ने जमीन से संबंधित एक विवाद में सीओ पर कुछ आरोप लगाए थे, और यह गिरफ्तारी उसी की 'बदले की कार्रवाई' है, जिसके तहत सीओ ने उन पर मामला दर्ज कराया है. परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज की जाँच कराने की अपील की है. फिलहाल, पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है, जबकि यह मामला अब राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है.
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