ब्योमकेश मिश्रा/न्यूज़11 भारत
चंदनकियारी: मोंथा ने चंदनकियारी के किसानों का मेहनत के फल में पानी फेर दिया. चक्रवात मोंथा के कारण क्षेत्र में मंगलवार से लगातार चल रही तेज हवाओं व लगातार हो रही बारिश ने यहां कई गावों में स्थित खेतों में किसानों का तैयार हो चुका धान का फसल जमींदोज कर खेत में जमी पानी में डूबा दिया. बता दें कि चंदनकियारी जैसे क्षेत्र में सिंचाई की समुचित व्यवस्था नही होने के कारण अधिकतर किसान वर्षा आधारित सिर्फ धान के फसल पर ही आश्रित है. ऐसे में धान की फसल तैयार होने के बाद अब कटनी का समय नजदीक आ रहा था. ऐसे में चक्रवाती तूफान मोंथा ने किसानों के पकी हुई फसल को नष्ट कर उसमे पानी फेर दिया. जिससे स्थानीय किसान परिवार मर्माहत हैं,क्योंकि उनके पास रोजगार का मुख्य जरिया भी धान की उपज ही है. शुक्रवार को बारिश व तेज हवाओं से खेतों के जमा पानी में डूबे धान की तैयार फसलों को फिर से खड़ा करने के प्रयास में लगी गुंदलीभीठा गांव निवासी आदिवासी महिला चांदमुनी देवी ने कहा कि वर्षभर मेहनत के बाद घर की जमापूंजी को धान के उपज के लिए खेती में लगा दिया. अब फसल भी बर्बाद हो गया.
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