न्यूज़11 भारत
पटना/डेस्क: राजधानी पटना में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक आभूषण कारोबारी के विश्वासपात्र ड्राइवर और उसके बेटे ने मिलकर 90 लाख रुपये की बड़ी रकम लेकर चंपत- फुर हो गए. घटना कदमकुआं थाना क्षेत्र के बाकरगंज की है, जहां स्थित एक ज्वेलरी दुकान के मालिक रंजन कुमार ने अपने ही ड्राइवर और स्टाफ को कोलकाता पैसे पहुंचाने भेजा था.
कोलकाता जाते वक्त हुआ कांड
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि कारोबारी रंजन कुमार ने 29 जून को अपने स्टाफ अमित कुमार और ड्राइवर अभिषेक गौरव को 90 लाख रुपये दो बैग में भरकर कोलकाता भेजा था. यह रकम रंजन कुमार के परिवार को सौंपी जानी थी. लेकिन 30 जून की रात करीब 2 बजे, गिरिडीह के पास ड्राइवर ने पहले से तैयार साजिश के तहत अपने बेटे प्रियांशु गौरव को बुलाया और बैग गायब करवा दिया. उस समय स्टाफ कार में सो रहा था.
गायब दिखा ड्राइवर और कैश
सुबह जब स्टाफ अमित कुमार की नींद खुली, तो देखा कि ना तो ड्राइवर है और ना ही कैश से भरे बैग. उसने तुरंत रंजन कुमार को सूचना दी. कारोबारी ने इसकी शिकायत 3 जुलाई को कदमकुआं थाने में दर्ज कराई.
पुलिस ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना पुलिस ने त्वरित जांच शुरू की और एक विशेष टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान पता चला कि पिता-पुत्र अलग-अलग दिशाओं में भागे थे. ड्राइवर अभिषेक गौरव यूपी चला गया और वहां एक मजार पर जाकर चादर चढ़ाई. वहीं बेटा प्रियांशु गौरव झारखंड के पतरातु पहुंचा और लग्जरी गाड़ियों की खरीदारी में जुट गया.
घर से मिली थार, नकदी और गहने
पटना पुलिस ने छापा मारकर पतरातु स्थित उनके घर से 40 लाख 10 हजार 500 रुपये नकद, सोना-चांदी की ज्वेलरी, एक काली थार गाड़ी, तीन लाख रुपये की बाइक और मोबाइल फोन बरामद किए हैं. दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है.
बाकि रकम की तालाश जारी
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि अभी भी लगभग 50 लाख रुपए की रकम गायब है, जिसकी तालाश की जा रही हैं. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस कांड में और कौन-कौन शामिल था.