जामताड़ा में साइबर ठगी का मामला इतना बढ़ गया है कि जामताड़ा को साइबर ठगो की राजधानी कहा जाने लगा है. ऐसा कोई अपना नहीं, जिसे यहां के ठगों ने ठगा नहीं है. यहां अनपढ़ भी, अमिताभ बच्चन जैसे सेलिब्रिटी का एकाउंट चेक कर लेते हैं. अब तक भारत के ज्यादातर राज्यों की पुलिस जामताड़ा आ चुकी है.
तीन साल पहले जया राय की पोस्टिंग जामताड़ा एसपी के रूप में हुई. वहां जाकर जया राय ने तकरीबन 400 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया. जामताड़ा के साइबर अपराधी जया राय के नाम से वैसे कापते थें, जिस तरह 50-50 कोस दूर तक बच्चे गब्बर सिंह के नाम से कापते थे. नाम लेने पर मां से चिपक कर सो जाते थे.
मगर, यह जामताड़ा है हुजुर. यहां के ठगों से फिलहाल किसी का बचना मुश्किल है. तो जया राय कैसे बचती. शायद जया राय को सबक सिखाने के लिए, साइबर अपराधियों ने पिता डॉ. एनआर राय के एकाउंट पर ही धावा बोल दिया और 5 लाख 90 हजार रुपए एकाउंट से लूट लिए. जया राय फिलहाल एनआईए में सेंट्रल डिपुटेशन पर हैं.
अब झारखंड साइबर सेल के लिए अपने आप में यह बहुत बड़ा चैलेंज है. अपने ही वरीष्ट पुलिस अधिकारी के पिता के एकाउंट में हुई सेंधमारी का हिसाब ले. फिलहाल जामताड़ा पर कई फिल्में बन चुकी हैं. अमेरिकन टेक्निकल ग्रुप जामताड़ा मॉड्यूल का रिसर्च कर रही हैं. झारखंड पुलिस के अफसर तो यह कहते है कि जामताड़ा में साइबर क्राइम पहले से कम हुआ है. मगर अपने ही पुलिस पदाधिकारी के पिता के एकाउंट से लाखों रूपए निकल जाने को अधिकारी भी पचा नहीं पा रहे है. किसी के पास कोई जवाब नहीं है.