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रांची/डेस्क: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मंगलयान, चंद्रयान और तमाम उपलब्धियों के बाद अब एक और नया कीर्तिमान स्थापित किया है. शुक्रवार को ISRO ने बताया कि उसने 3D प्रिंटिंग यानि एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग तकनीक का इस्तेमाल करके लिक्विड रॉकेट इंजन बनाया है और 9 मई को इसका सफलतापुर्वक परिक्षण भी कर लिया. जानकारी के अनुसार ISRO ने पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल PS4 में उपयोग के लिए बनाए इस इंजन का उपयोग वर्कहॉर्स रॉकेट के ऊपरी चरण में किया जाता है. ISRO ने एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग तकनीकों को अनुकूल बनाने के लिए पारंपरिक रूप से निर्मित PS4 इंजन को फिर से डिजाइन किया है. ISRO ने अपने बयान में कहा है कि डिजाइन फॉर एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग को इनोवेटिव अप्रोच के रूप में जाना जाता है. इसने उल्लेखनीय लाभ को प्राप्त किया है.
ISRO ने ये भी कहा कि इंजन को बनाने में लेजर पाउडर बेड फ्यूजन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. जिससे इंजन पार्ट्स की संख्या 14 से घटकर 1 हो गई है. इसके साथ ही इसने 19 वेल्ड जोड़ो को भी समाप्त कर दिया है. वहीं इस डिजाइन ने कच्चे माल के तौर पर मेटल पाउडर के उपयोग को इंजन बनाने में 565 KG से घटाकर सिर्फ 13.7 KG कर दिया है. इसके साथ ही इसे बनाने में भी 60 प्रतिशत समय कम हो गया है.