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रांची/डेस्क: जो युवा शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे है उनके लिए एक बड़ी खबर है. अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) -2020 के तहत टीचर बनने के नियमों में बदलाव किया गया है. अब 12 वीं तक के टीचर बनने के लिए TET (शिक्षक पात्रता परीक्षा) जरूरी होगी. आपको बता दें कि TET अब तक सिर्फ पहली से आठवीं कक्षा तक का शिक्षक बनने के लिए जरुरी होता था. लेकिन इसमें बदलाव करते हुए अब 9वीं से कक्षा 12वीं तक के शिक्षक बनने के लिए ये जरुरी है. अभी जानकारी के मुताबिक CTET की तर्ज पर TET को भी उम्र भर के लिए मान्यता देने की योजना बनाई जा रही है. यानि अगर आज एक बार TET को पास कर लेते है तो वह उम्र भर के लिए मान्य होगा.
NCTE ने किया ऐलान
बता दें कि सोमवार को आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में NCTE ( National Council for Teacher Education) ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट स्कूलों के शिक्षकों के लिए भी TET अनिवार्य करने के फैसले का ऐलान किया है. यह जानकारी NCTE के सचिव केसांग वाई शेरपा ने दी. केसांग वाई शेरपा ने बताया कि इसे करने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है.
इन राज्यों में पहले से ही लागू
आपको बता दें कि कुछ राज्यों में पहले से ही ये नियम लागू है. ओडिशा, केरल और हरियाणा समेत कुछ राज्य में पहले से ही 12वीं तक के लिए टीईटी अनिवार्य किया हुआ है. अब देश के सभी राज्यों में इसे लागू किया जाएगा.
क्या होता है TET
आपको बता दें कि TET का फुल फॉर्म teacher eligibility test होता है.सरकारी टीचर बनने के लिए TET क्वालीफाइंग एग्जाम है. यह एग्जाम हर राज्य में अलग होता है. जैसे कि- बिहार के लिए bihar tet, झारखंड के लिए jharkhand TET, मध्यप्रदेश के लिए mptet, हरियाणा के लिए Haryana TET. आपको बता दें कि स्टेट और सेंट्रल सरकार दोनों की ओर से TET परीक्षा आयोजित की जाती है. TET एग्जाम साल में एक बार आयोजित की जाती है. TET की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप क्लास एक से लेकर आठ कक्षा तक के किसी भी गवर्नमेंट स्कूल में सरकारी टीचर बन जाते हैं.