मनोरम वादियों में पक्षियों का कलरव और वन्य जीवों की आहट सैलानियों को अपनी ओर करती आकर्षित
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग जिला मुख्यालय से लगभग 25 किमी दूर रांची पटना हाइवे पर स्थित नेशनल पार्क का रजडेरवा पिकनिक स्पॉट सैलानियों के स्वागत के पलके बिछाए तैयार हैं. यहां की हरे भरे और मनोरम वादियों में पक्षियों का कलरव और वन्य जीवों की आहट बरबस ही सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. वहीं रजडेरवा झील में नौका-विहार करना मानो स्वर्ग सा सुख की अनुभूति कराता हैं. यूं तो यहां सालों भर झारखंड समेत बिहार और पश्चिम बंगाल से सैलानियों का आना जाना लगा रहता है लेकिन दिसंबर और जनवरी में पिकनिक प्रेमियों की काफी भीड़ देखी जा सकती हैं. यूं तो पिकनिक का लुत्फ कहीं भी उठाया जा सकता है लेकिन रजडेरवा पिकनिक स्पॉट का मजा ही कुछ और हैं.
यहां के खूबसूरत झील में नौका विहार, झरने की खूबसूरती, वन्य जीवों के अध्ययन के लिए बने संग्रहालय, भोजन हेतु कैंटीन और आश्रयणी क्षेत्र में वन्य जीवों को निहारने के लिए बने वॉच टॉवर लोगों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करता हैं. अश्रयणी क्षेत्र के 186 वर्ग हेक्टेयर में बने केज के अंदर सांभर, हिरण, नीलगाय, भालू, बंदर, मोर समेत दर्जनों प्रकार के वन्य जीव और रंग बिरंगे पक्षियों को देखा जा सकता हैं. रजडेरवा में ठहरने के लिए गेस्ट हाउस और पांच कॉटेज बने हैं.
बाघों को फंसाने के लिए अंदर बना है टाइगर ट्रेपः नेशनल
पार्क के अंदर एक टाइगर ट्रेप बना हुआ है, जिसमें बाघों को फंसाया जाता था. लोग बताते है कि पदमा राजा बाघों को पकड़ने के लिए इसे बनाए थे. इसमें बाघों को फंसाने के लिए बकरी बांधा जाता था, जिसे देखकर बाघ छलांग लगाता था और टाइगर ट्रेप में फंस जाता था. कैसे पहुंचें रजडेरवा पिकनिक स्पॉटः एनएच 33 रांची पटना रोड में स्थित हजारीबाग वन्य जीव आश्रयणी का मुख्य द्वार हजारीबाग जिला मुख्यालय से 17 किमी दूर रांची पटना मुख्य मार्ग एन एच 33 पर स्थित हैं. वहां से लगभग 10 किलोमीटर कच्ची रास्ता से चलकर राजडेरवा पहुंचा जा सकता हैं.