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रांची/डेस्क: अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद बिहार के सीतामाढ़ी में माता सीता के भव्य निर्माण की प्रक्रिया आरम्भ हो गयी है. 882 करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर बनने वाले माता सीता के मंदिर के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बिहार के सीतामढ़ी में विधि-विधान के साथ भूमि पूजन किया. भूमि पूजन के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री ने बताया कि जब यह मंदिर बन कर तैयार हो जायेगा तब यह अयोध्या के श्रीराम मंदिर की ही तरह भव्य होगा. सीतामढ़ी में बनने वाले मंदिर का नाम जानकी मंदिर है. भूमिपूजन के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद थे.
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भूमि पुत्री मां सीता की जन्मस्थली का पुनरुद्धार का संकल्प लिया था. उनके ही प्रयासों से सीतामढ़ी में माता सीता का मंदिर उनकी जन्मस्थली में हो रहा है. अमित शाह ने भूमि पूजन के अवसर पर मथिलांचल की विशेषताओं की भी खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जी ने वैश्विक मंच पर मिथिला की कला को आगे बढ़ाया है. शाह ने यह भी कहा कि मां जानकी में बनने वाला यह मंदिर केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि मिथिलांचल का भाग्योदय है. शाह ने मिथिलांचल के साहित्य योगदान की भी जी भर कर सराहना की. उन्होंने कहा कि वाल्मीकि रामायण से लेकर महाभारत और बौद्ध व जैन साहित्य इसी धरा की विरासत हैं. धर्मशास्त्र, साहित्य, संगीत, भाषा और तंत्रज्ञान का यह बड़ा केंद्र रहा है.
अमित शाह ने SIR को लेकर विपक्ष को जमकर लगाई लताड़
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए विपक्ष पर प्रहार करने से नहीं चूके. उन्होंने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर राजनीतिक विरोध प्रदर्शन पर भी विपक्ष को जमकर घेरा. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष चुनावों में अपनी हार स्वीकार नहीं कर रहा, सिर्फ प्रोपेगेंडा कर रहा है. शाह ने कहा कि राहुल गांधी को वोट बैंक की राजनीति बंद करके सच को स्वीकार करना चाहिए. शाह ने घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाने को लेकर जनता ही सवाल किया कि क्या इनके नाम हटाये जाने चाहिए या नहीं. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि घुसपैठियों को विपक्ष मतदाता सूची से इसलिए हटाना नहीं चाहता, क्योंकि ये इनके वोटबैंक हैं.