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रांची/डेस्क: राज्यपाल-सह-झारखंड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने आज मारवाड़ी कॉलेज, रांची के विवेकानन्द प्रेक्षागृह में आयोजित कॉलेज के ‘5वें ग्रेजुएशन समारोह’ में भाग लेकर उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं तथा उन्हें प्रेरित किया. राज्यपाल ने कहा कि यह अवसर न केवल विद्यार्थियों, बल्कि उनके अभिभावकों, शिक्षकों एवं सम्पूर्ण महाविद्यालय परिवार के लिए हर्ष एवं गौरव का क्षण है. उपाधियाँ केवल शैक्षणिक उपलब्धियाँ नहीं हैं, बल्कि ये अनुशासन, परिश्रम और समर्पण का प्रमाण हैं तथा जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत का संकेत भी हैं.
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे ज्ञान को केवल रोजगार प्राप्त करने का माध्यम न मानें, बल्कि उसे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का साधन बनाएं. उन्होंने कहा कि भारत जैसे विविधतापूर्ण और संभावनाओं से भरे देश को आज आपके नवाचार, विचार और संवेदनशीलता की आवश्यकता है. राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि आज हमारा देश विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका है और ‘विकसित भारत @2047’ की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है. उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को साकार करने में देश के युवाओं की निर्णायक भूमिका होगी. उन्होंने आशा प्रकट करते हुए कहा कि मारवाड़ी कॉलेज के विद्यार्थी विज्ञान, कला, प्रशासन, शिक्षा, उद्यमिता एवं सामाजिक सेवा जैसे विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देंगे.
राज्यपाल ने यह भी कहा कि वे राज्य के विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं और इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने यह भी साझा किया कि विगत एक वर्ष में उन्होंने राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में भाग लिया है और विद्यार्थियों से संवाद का अवसर प्राप्त किया है. उन्होंने कहा कि झारखंड के युवाओं में निहित ऊर्जा, प्रतिभा और कुछ कर दिखाने का जज़्बा देखकर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता होती है, विशेष रूप से ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले छात्र-छात्राएँ आज न केवल उच्च शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं, बल्कि शैक्षणिक प्रदर्शन में भी उत्कृष्टता का परिचय दे रहे हैं. राज्यपाल ने भी उल्लेख किया कि विभिन्न दीक्षांत समारोहों में उन्होंने यह देखा है कि बेटियाँ अपेक्षाकृत अधिक संख्या में गोल्ड मेडल प्राप्त कर रही हैं, जो नए भारत की बदलती तस्वीर को दर्शाता है.
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से आत्मविश्वास, विनम्रता और सेवा भावना के साथ आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि जीवन में केवल डिग्री नहीं, दिशा और दृष्टि भी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति निष्ठा और समर्पण बनाए रखेंगे, तो सफलता निश्चित रूप से आपके चरण चूमेगी.