प्रमोद कुमार न्यूज़/11 भारत बरवाडीह
बरवाडीह/डेस्क: पलामू व्याघ्र परियोजना के उत्तरी वन प्रमंडल अंतर्गत बेतला जंगल में वन विभाग की गश्ती टीम ने रविवार की मध्य रात्रि बड़ी कार्रवाई कर चार शिकारियों को गिरफ्तार किया. इस दौरान शिकारियों ने वनकर्मी पर गोली भी चलाई, लेकिन जवान की सूझबूझ से बड़ी दुर्घटना टल गई. पकड़े गए आरोपियों के पास से हथियार और शिकार से जुड़े कई सामान बरामद किए गए हैं. डीएफओ प्रजेश जेना के निर्देश पर बेतला रेंजर उमेश कुमार दुबे के नेतृत्व में वन विभाग की टीम जंगल में गश्त कर रही थी. आधी रात को बीसी-2 के बंजारी मार्ग पर बंदूक चलने जैसी आवाज सुनाई दी. टीम तत्काल मौके पर पहुंची. अचानक गश्ती टीम को देखकर चारों शिकारी घबरा गए. इनमें से दो मौके से फरार हो गए और दो को वनकर्मियों ने घेरकर दबोच लिया. पकड़े गए आरोपियों की पहचान लोधा मुंडा और लखन परहिया के रूप में हुई है.
गिरफ्तारी के दौरान एक आरोपी ने देसी भरठुआ बंदूक से वनरक्षी संतोष कुमार पर सीधा फायर कर दिया. हालांकि संतोष कुमार ने सूझबूझ का परिचय देते हुए तत्काल जमीन पर लेटकर खुद को बचा लिया. इसके बाद वन विभाग की टीम ने साहस दिखाते हुए दोनों आरोपियों को पकड़ लिया. पकड़े गए शिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी की गई. इस दौरान चुगरू छीपादोहार गांव से सोम मुंडा और बलराम सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. सभी आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें सोमवार को लातेहार न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया. छापामारी के दौरान वन विभाग ने चार देसी भरठुआ बंदूक, हिरन का सींग, दो टॉर्च, तसला-चाकू, 15 ग्राम बारूद और कई अन्य सामान बरामद किए.
रेंजर उमेश कुमार दुबे ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जंगल में शिकारियों की गतिविधियां बढ़ने की सूचना मिल रही थी. इसी सूचना के आलोक में विशेष गश्ती टीम गठित कर यह कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि वन्यजीव संरक्षण के लिए शिकारियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और शेष आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. इस अभियान में प्रभारी वनपाल संतोष कुमार सिंह, रामकुमार, देवपाल भगत, निरंजन कुमार, गुलशन कुमार, वीरेंद्र सिंह, राजेश, अरुण कुमार और सुमित समेत बड़ी संख्या में वनकर्मी शामिल थे.