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रांची/डेस्कः खूंटी जेल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, जेल में बंद एक महिला कैदी ने राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखा है जिसमें महिला ने बताया है कि जेल के दो कर्मियों पर उसके साथ दुष्कर्म किया है. इतना ही नहीं दुष्कर्म करने के बाद जब वह गर्भवती हुई तो उन्होंने उसका जबरन अबॉर्शन करा दिया. ये सभी आरोप खूंटी जेल में बंद महिला कैदी ने राष्ट्रीय महिला आयोग को लिखे अपने पत्र में कहा है.
जेल से रिहा करने का प्रलोभन देकर करते थे दुष्कर्म
महिला ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि जेल में बंद कैदियों से जेल के कर्मचारी बंदी पत्र लिखने की अनुमति नहीं देते है इस वजह से उसने जेल से रिहा होने वाली एक अन्य महिला बंदी के जरिए पत्र लिखा है. अपने पत्र में महिला ने बताया है कि वह लुधियाना की रहने वाली है. लेकिन उसकी पुश्तैनी घर खूंटी जिला में है. पुलिस ने उसे अफीम तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल में डाला है. राष्ट्रीय महिला आयोग को लिखे पत्र में आगे बंदी महिला ने लिखा है कि उसे जेल के दोनों कर्मचारियों ने जेल से रिहा करने का प्रलोभन देकर एक महीने तक उसके साथ दुष्कर्म किया. इस दौरान जब वह गर्भवती हुई तो उन दोनों कर्मचारियों ने उसे जेल में सड़ा देने और जान से मारने की धमकी दी और उसके बाद उसका गर्भपात करा दिया गया.
अन्य बंदी महिलाओं के साथ भी गलत-गलत काम करते है कर्मी
महिला कैदी ने अपने पत्र में यह आरोप भी लगाया है कि उसके abortion कराने की तिथि बैकडेट से तीन महीने पहले का दिखाया गया है. उसने राष्ट्रीय महिला आय़ोग से गुहार लगाते हुए मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ जांच की जाए. इसके अलावे उसके मेडिकल रिपोर्ट की जांच विशेष टीम से कराई जाए. महिला ने पत्र में बताया है कि दुष्कर्म करने वाले दोनों आरोपी जेल कर्मियों में एक पिछले 8 साल से जबकि दूसरा आरोपी 6 साल से जेल में ही पदस्थापित है. जेल में बंद महिला कैदियों के साथ दोनों जेल कर्मियों ने गलत-गलत काम किए है. हालांकि इस संबंध में इस खूंटी जेल आईजी ने कहा कि इस तरह का मामला अभी तक मेरे संज्ञान में नहीं आया है. अगर ऐसा मामला है तो जांच अवश्य होगी.