भरत मंडल/न्यूज 11 भारत
गांडेय/डेस्क: गांडेय शनिवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर गांडेय प्रखंड मुख्यालय समेत विभिन्न मुस्लिम बहुल इलाकों में ईदगाहों और मस्जिदों में नमाज अकीदत और एहतराम के साथ अदा की गई. डोकीडीह पंचायत के महजोरी गांव स्थित ईदगाह में सुबह 7 बजे बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुफ़्ती मो. जमरुद्दीन कासमी की इमामत में दो रकात वाजिब नमाज अदा की. इस दौरान मुल्क की तरक्की, अमन-चैन और कौमी खुशहाली के लिए सामूहिक दुआ मांगी गई.
सुबह 6 बजे से ही ईदगाहों और मस्जिदों में मेले जैसा माहौल दिखा. बच्चों में खासा उत्साह था. नमाज से पहले हाफिज नजरुल हक ने अपने तकरीर में बकरीद के महत्व और नमाज की फजीलत पर रोशनी डाली तथा नात-ए-पाक पेश की.
नमाज के बाद खुतबा पढ़ा गया, फिर मुफ़्ती मो. जमरुद्दीन कासमी की अगुवाई में नमाजियों ने हाथ उठाकर खुदा की बारगाह में गुनाहों की माफी, देश में अमन और तरक्की की दुआ मांगी. इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी और अपने घरों को लौट कर कुर्बानी की रस्म अदा की.
इस मौके पर कई जगहों पर हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे का गंगा-जमुनी तहज़ीब देखने को मिला. बकरीद को लेकर लोगों में उत्साह के साथ-साथ आपसी सौहार्द भी देखने को मिला.
मुफ़्ती जमरुद्दीन कासमी ने अपने पैगाम में लोगों से ईद को शांति और भाईचारे के साथ मनाने की अपील की. उन्होंने देश में प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल पर नाराजगी जताते हुए इसे मुस्लिम समाज के हक में गलत बताया और केंद्र सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग की.