रांची: रांची के डॉ. शाहिद अख्तर को राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्था आयोग (एनसीएमईआई) का सदस्य बनाया गया है. यह पहला मौका है जब झारखंड से किसी को इस आयोग में शामिल किया गया है. इस संबंध में केंद्र सरकार ने 17 अगस्त को भारत का राजपत्र (द गजट ऑफ इंडिया) प्रकाशित कर दिया है. जिसके अनुसार डॉ. शाहिद अख्तर को आयोग में कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से 5 वर्षों की अवधि के लिए सदस्य नामित किया गया. डॉ. शाहिद अख्तर का मुख्यालय दिल्ली में होगा. इस गजट का प्रकाशन शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा किया गया है.
क्या है आयोग का कार्य
वर्ष 2004 में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्था आयोग की स्थापना की गई है. अल्पसंख्यकों को अपनी पसंद के शैक्षणिक संस्था की स्थापना और संचालन करने के लिए उनके अधिकारों के उल्लंघन के संबंध में शिकायतों पर आयोग को विचार करने का अधिकार है. यह आयोग सिविल न्यायालय की शक्तियों से संपन्न है. शैक्षणिक संस्था के संबंध में आयोग का निर्णय अंतिम होता है. इस आयोग में एक अध्यक्ष और 3 सदस्य होंगे. आयोग अल्पसंख्यकों की शिक्षा से संबंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न पर केंद्र या राज्य सरकार को सलाह दे सकता है.
डॉ. शाहिद अख्तर का परिचय
आयोग के नवनियुक्त सदस्य डॉ. शाहिद अख्तर शिक्षाविद हैं. वे रांची विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट के लेक्चरर व झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय संयोजक की भूमिका का भी निर्वहन कर चुके हैं. वर्तमान में डॉ. शाहिद अख्तर जामिया मिलिया इस्लामिया में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं.