बिटटू/न्यूज 11 भारत
बगोदर/डेस्क: जिले में साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया है, जिसमें अज्ञात साइबर अपराधी ने उपायुक्त (डीसी) रामनिवास यादव के नाम और तस्वीर का इस्तेमाल कर फर्जी फेसबुक आईडी बनाई है. इस फर्जी प्रोफाइल के जरिए लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही है और ठगी का प्रयास किया जा रहा है.
प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है. खुद उपायुक्त रामनिवास यादव ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस प्रकार की फर्जी फेसबुक आईडी से सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की बातचीत या लेन-देन से बचें. उन्होंने कहा कि उनके नाम से भेजे गए किसी भी मैसेज पर प्रतिक्रिया न दें और ऐसे अकाउंट को तुरंत रिपोर्ट व ब्लॉक करें.
सूत्रों के अनुसार, यह फर्जी आईडी हूबहू डीसी की तस्वीर और नाम का उपयोग कर बनाई गई है, ताकि लोग भ्रमित हों और भरोसे में आकर ठगी का शिकार बन जाएं. यह साइबर ठगों द्वारा किया जा रहा सुनियोजित प्रयास हो सकता है, जिससे आम नागरिकों की आर्थिक सुरक्षा को खतरा है.
प्रशासन ने जिला साइबर सेल को मामले की जांच सौंप दी है. साथ ही आम लोगों से अपील की है कि यदि किसी को इस फर्जी अकाउंट से कोई संदिग्ध मैसेज प्राप्त होता है, तो वे इसकी सूचना तुरंत संबंधित थाना या साइबर सेल को दें.
क्या करें और क्या न करें
- किसी भी अनजान या संदिग्ध फेसबुक प्रोफाइल से आई फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें.
- यदि डीसी या किसी अन्य सरकारी अधिकारी के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट आए, तो उसकी पुष्टि करें.
- किसी भी ऑनलाइन संदेश के जरिए मांगी गई जानकारी या पैसे न भेजें.
- ऐसे मामलों की शिकायत फेसबुक पर रिपोर्ट करके करें और नजदीकी थाने में भी सूचना दें.
यह घटना न सिर्फ प्रशासनिक छवि को धूमिल करने का प्रयास है, बल्कि आम नागरिकों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की भी एक घातक साजिश है. प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने और जागरूक रहने की अपील की है, ताकि साइबर अपराधियों के मंसूबों को नाकाम किया जा सके.