प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: लातेहार जिला के गारू प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव मारोमार में आज सीआरपीएफ 11 बटालियन के द्वारा एक व्यापक सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के प्रति जागरूक करना और उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना था. इस पहल ने न केवल स्थानीय समुदाय का विश्वास जीता, बल्कि ग्रामीणों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ. इस कार्यक्रम में लातेहार के पुलिस अधीक्षक गौरव कुमार (IPS), द्वितीय कमान अधिकारी पितबास पंडा, उप कमांडेंट शोभनाथ यादव और तुकेश कुमार, सहायक कमांडेंट नीरज कुमार सोनकर, और बटालियन के अन्य अधिकारी एवं जवान मौजूद रहे.
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को स्कूल यूनिफॉर्म, गर्म जर्सी, कैप, बैग, जूते, कंबल, कम्प्यूटर, फुटबॉल, और घरेलू उपयोग की सामग्री जैसे प्लेट, कटोरी, गिलास, और पतीला वितरित किए गए. बच्चों को विशेष रूप से स्कूली बैग, कॉपी, पेंसिल, डिजिटल राइटिंग टैब, और जामेट्री बॉक्स जैसे शैक्षिक उपकरण दिए गए. इसके अतिरिक्त, युवाओं और महिलाओं को रद्दी कागजों का उपयोग कर उपयोगी वस्तुएं बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया. इस प्रयास का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को स्वावलंबी बनाना और उनकी प्रतिभा को निखारना है.
कार्यक्रम के दौरान सीआरपीएफ 11 बटालियन के कमांडेंट याद राम बुनकर ने कहा, "शिक्षा और खेल एक स्वस्थ और विकसित समाज की नींव हैं. खेल-कूद से न केवल शारीरिक और मानसिक मजबूती मिलती है, बल्कि यह युवाओं में अनुशासन और टीमवर्क की भावना भी विकसित करता है." उन्होंने यह भी बताया कि बल के जवान न केवल सुरक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि समाज के प्रति उनकी एक मानवतावादी दृष्टि भी है. उन्होंने ग्रामीण युवाओं को नक्सलवाद जैसी गतिविधियों से दूर रहने और विकास की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की.
याद राम बुनकर ने कहा कि इस प्रकार के कल्याणकारी कार्यक्रम समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने और ग्रामीणों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आयोजित किए जाते हैं. सीआरपीएफ द्वारा पूर्व में भी इस तरह के प्रयास किए गए हैं और भविष्य में भी ये पहल जारी रहेंगी. ग्रामीणों ने CRPF के इस प्रयास को समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया. उन्होंने इस पहल को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास लाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम माना.