शयामानंद सिह/न्यूज़11 भारत
बिहार/डेस्क: भागलपुर नवगछिया के अनुमंडल अस्पताल में इलाज के दौरान हुई एक बच्ची की मौत से गुस्साये परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया सर्पदंश की शिकार एक पांच साल की बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था. परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों ने समय से इलाज शुरू नहीं किया काफी देर बाद डॉक्टर उस मरीज को देखने पहुंचे इलाज में देरी करने पर बच्ची की मौत हो गई. परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक नवगछिया के रंगरा थाना क्षेत्र के भवानीपुर निवासी अजीत कुमार की 5 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी कुमारी की सांप काटने से मौत हो गई. जब लक्ष्मी अपनी दादी के साथ खेत में मूंग तोड़ रही थी तभी उसके पैर में सांप ने काट लिया. तुरंत ही परिजन लक्ष्मी को लेकर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने पहले टेटनेस की सूई दी और उसे मायागंज अस्पताल भागलपुर रेफर कर दिया पर परिजन प्राइवेट क्लीनिक बच्ची को ले गए मगर वहां डॉक्टर नहीं होने के कारण वापस अनुमंडल अस्पताल आ गए. इस दौरान बच्ची की मौत हो गई थी. बच्ची की मौत होने के पश्चात परिजन चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे. बच्ची की मौत की सूचना पर काफी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंच गये और हंगामा करने लगे आक्रोशित ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मी की पिटाई भी की.
ग्रामीणों का आक्रोश को देख चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल से फरार हो गए. घटना की सूचना मिलते ही रंगरा थाना की पुलिस, नवगछिया थाना की पुलिस मौके पर पहुंच स्थिति को नियंत्रित किया सूचना पाकर नवगछिया नप के सभापति के पति प्रेम सागर उर्फ डब्लू यादव अस्पताल पहुंचे. अस्पताल पहुंचने के पश्चात इलाज करने वाले चिकित्सक को बुलाया गया. चिकित्सक से पूछा गया कि सर्प ने बच्ची को किस जगह काटा वह जगह भी ठीक से नहीं बता पाए. नगर परिषद के सभापति के पति ने बताया कि बच्ची के इलाज में चिकित्सक ने पूरी लापरवाही बरती है. जिस जगह सर्पदंश हुआ था उस जगह का उन्होंने ठीक से मुआयना भी नहीं किया ऐसे चिकित्सक पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए डीएम व सीएस को पत्र लिखा जायेगा लक्ष्मी के परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर ने इलाज के नाम पर पांच हजार लिए और फिर मायागंज रेफर कर दिया. जबकि डॉक्टर चाहता तो बच्ची बच जाती आरोप लगाया कि समुचित इलाज नहीं होने के कारण बच्ची की जान गई. घटना के बाद परिजनों के द्वारा अस्पताल के उपाधीक्षक और मैनेजर को फोन लगाया पर किसी ने फोन नहीं उठाया. परिजनों ने भागलपुर सिविल सर्जन को फोन कर जानकारी दी. उनके आश्वासन के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचे इधर नवगछिया और रंगरा की पुलिस पहुंची. नगर परिषद सभापति प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्लू यादव भी पहुंचे डब्लू यादव ने ड्यूटी में मौजूद डॉक्टर विनय कुमार को बुलवाया. उन्होंने डॉक्टर से पूछा कि सांप काटने के मरीज को भागलपुर रेफर किस आधार पर किया गया.