कृपा शंकर/न्यूज़11 भारत
बोकारो/डेस्क: बोकारो जनरल अस्पताल(बीजीएच) में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा और व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर सोमवार को जनता मजदूर सभा द्वारा बीजीएच गेट के समक्ष मौन प्रदर्शन किया गया. यूनियन अध्यक्ष साधु शरण गोप ने कहा कि रिटायर्ड के बाद खुद को निजी अस्पतालों में नियोजित करने के वास्ते, सुनियोजित रणनीति के तहत बीजीएच को बर्बाद किया जा रहा है. जिस कारण बोकारो में निजी अस्पतालों फल-फूल रहा है. सुविधा अभाव में मरीज निजी अस्पतालों की ओर रुख करने को विवश है. कहा कि इसके दोषी कोई और नहीं, बल्कि वे हैं जिनको शहर में विशिष्ट पहचान इसी प्लांट और अस्पताल से मिली है.
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टर की बीजीएच में घोर कमी है. मरीजों का इलाज प्रशिक्षु डॉक्टर (डीएनबी) करते हैं. सीनियर सिर्फ खाना पूर्ति करते है. रविवार को डॉक्टर नही रहते, चिकित्सीय मशीन तो नई खरीदी जाती है, लेकिन उसे उचित तरीके से उपयोग के विशेषज्ञ का बहाली नहीं हो रहा है. आउट सोर्सिंग से डॉक्टर, टेक्नीशियन, नर्स, सफाई कर्मी बहाल हैं. दवाई की गुणवत्ता भी अव्वल नहीं है. खर्चा के बाद भी शौचालय गंदे-टूटे पड़े है. उक्त कुव्यवस्था से तंग होकर मरीज निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं. यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया, तो बीएसएल विद्यालयों की तरह अस्पताल का भवन भी खंडहर में तब्दील हो जायेगा.
उन्होंने कहा कि बीजीएच के गौरवमयी इतिहास के कारण लोगों का विश्वास बीजीएच अस्पताल पर बना हुआ है. बोकारो को स्वस्थ रखने के लिए प्रबंधन बीजीएच की गुणवत्ता पर कोई समझोता नहीं करे. अच्छे डॉक्टर, तकनीशियन, संसाधन, स्टाफ उपलब्ध कराए. यह व्यवस्था जब तक बहाल नहीं होगी यूनियन प्रत्येक महीना प्रदर्शन करता रहेगा. मौके महासचिव संदीप कुमार आश, सहदेव साव, बैद्यनाथ बेसरा, उमाशंकर गोप, अनिरुद्ध कुमार, राजू यादव, ललन यादव, प्रदीप सिंह, जेठू राम गोप, गंगाधर गोप, एस के यादव, सुरेश महतो, आर के यादव, सुभाष दास, गोरा चांद गोप, लखन लाल, डी के सिंह, मुकेश कुमार, गोविंद साह, शिव शंकर लाल गुप्ता, अमर साह, देवाशीष, सुभाष हालदर सहित अन्य मौजूद थे.