संतोष श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
पलामू/डेस्क: डालटनगंज के विधायक आलोक कुमार चौरसिया ने पलामू प्रमंडल में यूरिया खाद की किल्लत और कालाबाजारी को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने इस समस्या पर तत्काल रोक लगाने और किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराने की मांग करते हुए पलामू के उपायुक्त को एक पत्र लिखा है.
विधायक आलोक चौरसिया ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि पिछले एक सप्ताह से लगातार स्थानीय समाचार पत्रों और किसानों के माध्यम से उन्हें पूरे पलामू प्रमंडल में यूरिया खाद की भारी कमी की सूचना मिल रही है.
पत्र में उन्होंने किसानों के लिए धान की फसल के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने लिखा है, "किसानों के लिए धान की खेती उनकी मेहनत और आजीविका का महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह एक तरह से उनकी 'रीढ़ की हड्डी' की तरह होती है, जिससे उनका भावनात्मक जुड़ाव होता है." हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि आज उनके विधानसभा क्षेत्र समेत पूरे प्रमंडल में यूरिया की कालाबाजारी और कृषि विभाग की उदासीनता के कारण किसान समय पर खाद से वंचित हो रहे हैं. इस स्थिति से किसान बेहद गुस्से में हैं.
विधायक ने पत्र में सरकारी और बाजार मूल्य के बीच के बड़े अंतर का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि यूरिया खाद की सरकारी दर प्रति 50 किलो के लिए ₹266 है, जबकि स्थानीय दुकानदार इसे ₹650 से ₹700 तक की मनमानी कीमतों पर बेच रहे हैं.
विधायक आलोक चौरसिया ने जनहित में उपायुक्त से आग्रह किया है कि वे इस मामले का तत्काल संज्ञान लें. उन्होंने मांग की है कि खाद की कालाबाजारी पर तुरंत रोक लगाई जाए और कृषि विभाग से समन्वय स्थापित करके किसानों को उचित दाम पर और आसानी से यूरिया खाद उपलब्ध कराई जाए.