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रांची/डेस्क: राजधानी रांची के यातायात और परिवहन व्यवस्था में जल्द ही क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में ऐलान किया कि रांची देश का दूसरा शहर होगा, जहां अत्याधुनिक फ्लैश चार्ज इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जाएंगी. उन्होंने बताया कि इस हाईटेक बस सेवा का पायलट प्रोजेक्ट नागपुर में शुरू किया गया है और वहां इसका टेंडर हाल ही में फाइनल हुआ हैं. रांची में भी जल्द ही यह सुविधा शुरू होने जा रही हैं. इन बसों में कुल 135 सीटें होंगी, जो यात्रियों को एयरलाइंस जैसी आरामदायक यात्रा का अनुभव देंगी. खास बात यह है कि इनका किराया डीजल बसों की तुलना में करीब 35 प्रतिशत सस्ता होगा.
फ्लैश चार्ज बसें कुछ ही मिनटों में चार्ज हो जाती हैं. जैसे ही बस स्टैंड पर थोड़ी देर के लिए रुकेगी, उसी दौरान ऑपरेशनल चार्जिंग तकनीक के जरिए यह पूरी तरह चार्ज हो जाएगी. इससे न सिर्फ ईंधन की बचत होगी बल्कि प्रदूषण पर भी नियंत्रण लगेगा और ट्रैफिक सिस्टम में सुधार आएगा. रक्षा राज्य मंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ की पहल पर यह प्रोजेक्ट रांची में शुरू किया जा रहा हैं. इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सस्ता, तेज और अधिक सुविधाजनक हो जाएगा.
इतना ही नहीं, रांची की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 350 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक इंटरचेंज का निर्माण भी किया जाएगा. यह इंटरचेंज विकास रिंग रोड के पास बनाया जाएगा, जिससे प्रमुख चौराहों और सड़कों को एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा. इससे शहर को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और वाहनों की आवाजाही और भी सुगम हो सकेगी. इंटरचेंज आधुनिक सड़क ढांचा होता है जहां फ्लाईओवर, अंडरपास और लूप्स के माध्यम से ट्रैफिक को बिना किसी अवरोध के कई दिशाओं में भेजा जाता हैं. यह व्यवस्था उन क्षेत्रों में बेहद उपयोगी होती है जहां ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता हैं.