मो इमरान / न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः झारखण्ड हाईकोर्ट ने अवैध ऑटो, ई रिक्शा सहित शहर के जाम की समस्या को लेकर सुनवाई के दौरान जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था मामले की सुनवाई अब 13 मई को होगी. इसके बाद रांची में डीटीओ अखिलेश कुमार के नेतृत्व में ऑटो और ई रिक्शा के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है आज जांच के दौरान कई ऑटो चालकों से जुर्माना वसूला गया तो वही कई को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया. राजधानी में अवैध तरीके से कई सड़कों पर ऑटो और ई रिक्शा का परिचालन हो रहा है जिसे लेकर जिला परिवहन पदाधिकारी डीटीओ का नेतृत्व में विशेष अभियान चलाया गया. रांची के नागा बाबा खटाल के पास विशेष अभियान के दौरान ऑटो चालकों की जांच की गई जांच के दौरान परमिट लाइसेंस सहित कई दस्तावेजों की जांच की गई और जुर्माना के साथ-साथ कई ऑटो चालकों को चेतावनी देकर छोड़ा भी गया. रांची शहर को जाम मुक्त करने की दिशा में अवैध तरीके से चल रहे ऑटो चालकों पर कारवाई की गई है जांच के दौरान कई ऑटो चालकों के पास परमिट नहीं मिला और ना ही लाइसेंस.
रांची जिला प्रशासन के दौरान चलाए जा रहे जांच के बाद ऑटो चालकों में हड़कंप मच गया है इस दौरान अवैध रूप से चल रहे बिना परमिट के ऑटो और ई रिक्शा सड़क से गायब हो गए है. वहीं इस विशेष अभियान के दौरान वैसे ही ऑटो चालक जड़ में आए जिनके पास लाइसेंस या फिर जरूरी दस्तावेज नहीं थे. ऑटो चालकों का कहना है कि अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं ऑटो चालक अभियान शुरू होते ही भाग जाते हैं और इस बीच वहीं लोग पकड़े जाते हैं जिनके पास परमिट होती है. सड़क पर जाम मुक्त करना और अवैध रूप से चल रहे ऑटो के खिलाफ कारवाई की जा रही है इसलिए डीटीओ ने ऑटो चालकों से अपील किया है की ऑटो के जरूरी दस्तावेज अगर है तभी चलाए नहीं तो कड़ी कारवाई की जायेगी.
आपको बता दें, राजधानी रांची में कुल 30 हजार डीजल और पेट्रोल ऑटो चल रही है जिसमें से करीब 15 हजार ऑटो के पास अब भी परमिट नहीं है. अब..ट्रैफिक पुलिस और जिला प्रशासन की तरफ से अवैध और बिना परमिट के ऑटो चलाने वाले चालकों पर कार्रवाई शुरू हुई है तो अधिकांश चालकों ने शहर में अपना ऑटो चलाना ही बंद कर दिया है. जिससे शहरवासियों को सड़कों पर ट्रैफिक जाम से थोड़ी राहत मिली है. इतनी ही नहीं पुलिस की धर-पकड़ के डर की वजह से कई ऑटो चालकों ने तो मुख्य चौक चौराहों से यात्रियों को उठाना ही बंद कर दिया है. हाईकोर्ट के आदेश और ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम की कड़ी कार्रवाई के बाद शहर की सड़कों से अब करीब 15000 ऑटों अचानक से गायब हो गए है. जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या कम हुई है. लेकिन शहर की सड़कों पर कम ऑटो चलने से यात्रियों की समस्याएं बढ़ गई है. क्योंकि उन्हें एक तो मौसम (भीषण गर्मी) की मार झेलनी पड़ रही है ऊपर से ऑटो नहीं मिल रही है तो कड़ी धूप में उन्हें सड़कों पर पैदल चलना पड़ रहा है.