शयामानंद सिह/न्यूज11 भारत
भागलपुर/डेस्कः भागलपुर नवगछिया के तेतरी दूर्गा मां के दरबार में इस बार फिर एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला तीसरे निशुल्क सामूहिक विवाह महोत्सव में समाज के 25 जोड़े एक-दूसरे के जीवनसाथी बने यह आयोजन सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का एक मजबूत माध्यम बन गया है इस आयोजन की विशेषता यह रही कि इसमें निर्धन, निसहाय, विकलांग और वंचित वर्गों को सम्मानपूर्वक वैवाहिक संस्कारों से जोड़ा गया इस कार्य से यह संदेश गया कि विवाह केवल एक रीति रिवाज नहीं, बल्कि समाजिक समरसता और मानवता का पर्व भी हो सकता है इस शादी से दूल्हा दुल्हन भी काफ़ी खुश दिखे. आपको बतादे की समाज सेवा का उत्सव बना विवाह महोत्सव इस महोत्सव का उद्देश्य केवल जोड़े जोड़ना नहीं था, बल्कि समाज में व्याप्त आर्थिक और सामाजिक असमानताओं को बाटने का भी था आयोजन समिति ने वर-वधु के लिए वस्त्र, श्रृंगार, भोजन, विवाह की पूरी व्यवस्था और विदाई तक का अत्यंत व्यवस्थित प्रबंध किया प्रेम सागर उर्फ़ डब्लू यादव ने नवविवाहितों को सिलाई मशीन भेंट की, रंगरा प्रखंड प्रमुख ने सभी को कूलर प्रदान किए, जबकि अन्य मंचों ने कुकर जैसी उपयोगी वस्तुएं दीं ताकि नवजीवन की शुरुआत सहूलियत से हो और हर जोड़ा आत्म निर्भर हो हर जोड़ी एक नई उम्मीद की मिसाल शादी के बंधन में बंधने वाले जोड़ों की सूची में कई प्रेरक कहानियाँ छिपी है काजल . कृष्णा. मुस्कान . सोनू.प्रीति . अमरेश.अनिशा. विभाष. गुंजन . गुड्डू इत्यादि ये केवल नाम नहीं, बल्कि उन उम्मीदों और सपनों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो अब एक नई दिशा में आगे बढ़ेंगे