न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: भारत के दो दिग्गज बल्लेबाजों रोहित शर्मा और विराट कोहली को 'बाहर' का रास्ता दिखाने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने युवा और अब टीम इंडिया के भरोसेमंद नाम बन चुके शुभमन गिल को कप्तान बनाकर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए इंगलैंड भेजा है. अब से थोड़ी देर में हेंडिंल्गे के लीड्स क्रिकेट ग्राउंड पर भारत और इंगलैंड के बीच पहले टेस्टमैच शुरू हो जायेगा. यह टेस्ट ही नहीं, बल्कि पूरी सीरीज ही भारतीय टीम के लिए ही नहीं, बल्कि BCCI के लिए अग्निपरीक्षा है. अग्नि परीक्षा इसलिए है, क्योंकि रोहित शर्मा और विराट कोहली ने एक तरह से BCCI के दबाव के बाद टेस्ट क्रिकेट से किनारा किया है. अब तक रोहित शर्मा के कंधों पर भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम की कमान थी और अब यह जिम्मेदारी शुभमन गिल को मिल गयी है.
वैसे तो BCCI ने इंगलैंड टेस्ट सीरीज के लिए जो टीम भेजी है, उसमें कोई खामी नजर नहीं आ रही है. कमी है तो सिर्फअनुभव की जो रोहित शर्मा और विराट कोहली के हट जाने से नदारद हो चुकी है. बस यही अनुभव की कमी ही इंगलैंड में खलेगी. क्योंकि इंगलैंड के मौसम और वहां की पिचों पर खेलना भारत के लिए हमेशा से चुनौती भरा रहा है. यह दिग्गत इस बार भी महसूस की जा सकती है.
वैसे देखा जाये तो टेस्ट मैचों में आजकल बल्लेबाजों से ज्यादा गेंदबाजों का बोलबाला नजर आता है. भारत की गेंदबाजी के लिहाज से सीरीज का आंकलन करें तो ज्यादा दारोमदार दो गेंदबाजों पर रहने वाला है. एक, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और स्पिन गेंदबाज रवीन्द्र जडेजा. तेज गेंदबाजी में मोहम्मद सिराज और शार्दूल ठाकुर का साथ मिल गया तो टीम इंडिया कमाल कर सकती है. उसी तरह से कुलदीप यादव से भी भारत को काफी उम्मीदें होंगी.
कहने को तो भारतीय बल्लेबाजी कागज पर बेहद मजबूत नजर आ रही है. शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, के.एल. राहुल. करुण नायर और ऋषभ पंत बल्लेबाजी की कमान सम्भालेंगे. भारतीय पिचों पर तो इनका जलवा खूब चलता है, लेकिन इनकी असली परीक्षा इंगलैंड की पिचों पर होगी. क्रिकेट फैंस भी चाहेंगे कि इनका बल्ले इंगलैंड में खूब बोले.
भारत की जो टीम टेस्ट सीरीज खेलने के लिए इंगलैंड गयी है, उस पर पूर्व भारतीय दिग्गज भरोसा जता रहे हैं. चाहे सचिन तेन्दुलकर हों या फिर रवि शास्त्री सभी को उम्मीद है भारतीय टीम इंगलैंड में अच्छा प्रदर्शन करेगी. फिर भी कुल मिलाकर यह सीरीज आत्मविश्वास जगाने के लिए जहां शुभमन गिल के लिए महत्वपूर्ण है, वहीं, BCCI की साख बची रहे, उसके लिए भी बेहद जरूरी है, वरना उसकी भद्द पिटनी तय है.