अरुण बरनवाल/न्यूज़11 भारत
धनबाद/डेस्क: केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने देश भर के कृषकों को हाईटेक बनाने में जुट गया है. ताकि किसान अपनी उपज को सीधे खुले बाजार में बेच सके. इसके लिए केंद्र की ई-नाम योजना से पूरी तरह कृषक अवगत हों, इसके लिए कृषि मंत्रालय लगातार प्रयासरत है. ई-नाम योजना पर धनबाद कृषि उत्पादन बाजार समिति ने भी काफी बेहतर काम किया है. इसके कारण धनबाद बाजार समिति की उपलब्धियों को किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि मंत्रालय इसपर एक शार्ट फिल्म का निर्माण करायेगा.
देश भर में 1389 बाजार समितियों में केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय ने आठ बाजार समितियों का चयन ई-नाम योजना के तहत बेहतर उपलब्धि हासिल करने के लिए किया है. इसमें धनबाद कृषि उत्पादन बाजार समिति भी शामिल है. धनबाद कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पूरे देश में ई-नाम योजना के तहत अंतर्राज्यीय स्तर पर सेव और केशर का व्यापार करने में अव्वल रहा है. साथ ही धनबाद बाजार समिति डिजिटल पेमेंट में भी अव्वल रहा है. इसके कारण मंत्रालय यहां के परफार्मेंस को देखते हुए इस पर एक लघु फिल्म बनायेगी. शार्ट फिल्म के माध्यम से देश के किसानों तक ई-नाम के लाभ से अवगत कराया जायेगा.

वहीं नुपूर प्रोड्यूसर कंपनी निरसा के सब्जी उत्पादन करने वाले कृषक नीलकंठ गोराई का कहना है कि ई-नाम से अपनी उपज को हम पूरे देश में कहीं भी बेच सकते हैं, इससे एक तो उन्हें अपनी उपज को लेकर बिचौलिए के पास भटकना नहीं पड़ता है, दूसरा अच्छी आय भी होती है. साथ ही पैसे भी सीधे एकाउंट में क्रेडिट हो जाता है. नीलकंठ राज्य के सभी किसानों से ई-नाम योजना से जुड़ने की अपील की है. बहरहाल केंद्र सरकार की यह योजना निश्चित रूप से किसानों को उनकी मेहनत का सही फल देता है. साथ ही खेती-किसानी में व्याप्त बिचौलिए के प्रभाव को समाप्त किया जा सकता है. जरूरत है अधिकारियों को किसानों तक इस योजना की जानकारी पहुंचाना का.