न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: 12 जून को अहमदाबाद में क्रैश हुए एयर इंडिया के विमान का ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद यह बताया गया था कि तीन महीनों में विमान हादसे की वजह का खुलासा हो जायेगा. मगर अब तक जो जानकारी सामने आयी है, उसके अनुसार, भारतीय एक्सपर्ट्स ब्लैक बॉक्स को डिकोड करने में नाकाम रहे हैं. इसलिए खबर आ रही है कि ब्लैक बॉक्स से जानकारी हासिल करने के लिए उसे अमेरिका भेजा जायेगा. बता दें कि विमान हादसे के एक दिन बाद यानी 13 जून को ही दुर्घटनाग्रस्त विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया था.
किसी भी विमान दुर्घटना में सबसे सुरक्षित ब्लैक्स बॉक्स रहता है, लेकिन दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया विमान का जो ‘ब्लैक बॉक्स’ बरामद हुआ है, उसे काफी नुकसान पहुंचा है. भारत में इसे डिकोड नहीं हो पाने की वजह से अमेरिका भेजा जा रहा है. अमेरिका में ब्लैक बॉक्स का अध्ययन वाशिंगटन डीसी स्थित नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड करेगा. हालांकि जांच की पूरी प्रक्रिया भारतीय अधिकारियों की मौजूदगी में होगी.
सामान्यतः ब्लैक बॉक्स की बनावट इस प्रकार होती है भीषण विमान हादसों में भी उसे क्षति नहीं पहुंचती है, लेकिन खबर यही आ रही है कि बीजे मेडिकल हॉस्टल से टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान के ब्लैक बॉक्स को ज्यादा क्षति पहुंची है. इसी कारण इसमें रिकॉर्ड डाटा को हासिल नहीं किया जा सका है. अब देखना है कि अमेरिका में क्या हादसे के रहस्य का पता चल पाता है., अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर एयर इंडिया के इस विमान हादसे का रहस्य रहस्य ही रह जायेगा.
यह भी पढ़ें: कांग्रेस के रवैये से शशि थरूर आहत, पार्टी से खराब होते रिश्ते की बात स्वीकारी