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रांची/डेस्क: बिहार विधानसभा चुनाव में भले ही अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन महागठबंधन की सबसे बड़ी पारी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने दूसरी पार्टियों की किच-किच के बावजूद ऐलान कर दिया है कि अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ही होंगे. आरजेडी के इस ऐलान के बाद कांग्रेस के माथे पर बल पड़ गये हैं. कांग्रेस ने बिहार चुनाव से बहुत उम्मीद पाल रखी हैं. उसको उम्मीद थी कि या तो बिहार में इंडिया गठबंधन में उसे ज्यादा सीटें मिल जायें और अगर ऐसा नहीं होता है तो मुख्यमंत्री का चेहरा उसकी पार्टी से ही हो. मगर लगता है आरजेडी जिस मूड में बिहार चुनाव में दीख रहा है, ऐसा नहीं लगता है कि कांग्रेस की दोनों इच्छाएं पूरी हो पायेंगी. यानी न तो उसे बिहार में ज्यादा सीटें मिलने जा रही हैं और न ही मुख्यमंत्री का चेहरा उसकी पार्टी से मिलने वाला है. लेकिन आरजेडी के इस ऐलान के बाद कांग्रेस के खेमें में खामोशी छा गयी है.
लालू प्रसाद यादव ने खुद किया तेजस्वी के नाम का ऐलान
महागठबंधन की सरकार बिहार में बनने के बाद तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री बनेंगे यह खबर सूत्रों के हवाले से नहीं, बल्कि इसका ऐलान पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने किया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ही इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार होंगे। पटना में आयोजित एक बैठक में लालू यादव ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को तेजस्वी यादव को को सीएम बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक देने को कहा है. लालू प्रसाद की इस घोषणा के बाद आरजेडी कार्यकर्ता पूरे उत्साह में हैं.
यहां यह स्पष्ट करना जरूरी है कि यह घोषणा आरजेडी, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की ओर से की गयी, लालू प्रसाद की यह घोषणा महागठबंधन की आधिकारिक घोषणा नहीं है. महागठबंधन में तो अभी सीटों का बंटवारा तक नहीं हुआ है, मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा पर भी चर्चा किया जाना बाकी है. महागठबंधन से कौन सीएम बनेगा, इस पर गठबधंन के सभी दलों से सहमति ली जानी बाकी है. वहीं दूसरी ओर गठबंधन की दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस ने लालू प्रसाद के इस ऐलान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. कांग्रेस के अनुसार अभी तो सीटों पर तालमेल की बात होनी बाकी है. मुख्यमंत्री के चेहरे पर चर्चा तो उसके बाद होनी है. यानी बिहार में महागठबंधन की स्थिति दिलचस्प हो गयी है.
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