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रांची/डेस्क: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण झारखंड दौरे पर है. वे आज (9 मई)को राजधानी रांची में झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की. पूर्वी भारत में निवेश की संभावनाओं को देखते हुए फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज द्वारा आयोजित 'इंटरैक्टिव मीटिंग' में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित है. इंटरैक्टिव मीटिंग का आयोजन आज सुबह 11 बजे से होटल रैडिशन ब्लू में किया गया है. इस दौरान झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी उपस्थित है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहुंची रांची
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रांची एयरपोर्ट पहुंची. बेहतर झारखंड एवं फेडरेशन आफ झारखंड चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विचार गोष्ठी में केंद्रीय वित्त मंत्री शामिल होंगी. इसके साथ ही कार्निवाल में आयोजित महिला सम्मेलन को भी संबोधित करेंगी.
व्यवसायी विष्णु अग्रवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से की मुलाकात
रेडिसन ब्लू में चैंबर द्वारा आयोजित बेहतर झारखंड इनिशिएटिव कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहुंची. उनके साथ कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी मौजूद है.
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सितारमण ने राज्य में हो रहे पलायन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चिंता जाहिर की. और कहा कि आज झारखंड पलायन, अराजकता, भ्रष्टाचार का देश झेल रहा है. इसलिए राज्य से पलायन को रोकना सबसे बड़ी चुनौती है. यह तभी संभव होगा जब हम यहां पर कानून व्यवस्था को ठीक करें. इसके अलावा हमें केवल मिनरल्स पर भी पूरी तरह निर्भर होना बंद करना पड़ेगा. हमें अन्य संसाधनों को भी विकसित करना होगा. इसके अतिरिक्त हमें अपनी बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देने की जरूरत है. बिजली पानी तो हमारी जरूरत है ही. इसके अलावा बेहतर अस्पताल पर भी ध्यान देने की जरूरत है. वहीं, इससे पहले पूर्व सीएम और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कार्यक्रम को संबोधित किया.
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने बताया कि मंत्री महोदया के एयरपोर्ट पर आगमन से लेकर कार्यक्रम स्थल पर उचित व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सदस्यों को कार्य की जिम्मेवारियां सौंपी गई. किशोर मंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री और स्टेकहोल्डर्स के बीच संवाद होने से प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को गति मिलने की संभावना बनेगी और उद्यमियों का प्रोत्साहन होगा. बैठक का आयोजन मौजूदा आचार संहिता के अनुसार ही संपन्न होगी.