देश-विदेशPosted at: मई 14, 2024 23 साल की लड़की में 6 शैतानी आत्माएं थी सवार, यूरिन पीने और मकड़ी खाने जैसे हरकतों से हुई मौत

न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः- जर्मनी के 23 वर्षीय लड़की एनालिश मिशेल को 16वें साल की दहलीज पार करते हुए ही उसे दौरे पड़ने लग गए थे. आप अगर भुत-प्रेत पर विश्वास न रखतें हों तो इस लड़की की कहानी पढ़ कर आपको भूत प्रेत पर विश्वास होने लग जाएगा. मिशेल की मां का कहना है कि उसकी बेटी बहुत ही शांत मिजाज वाली लड़की थी. मिशेल की जन्म बवेरिया शहर के एक कैथोलिक परिवार में हुई थी. जब वे 16 साल की थी तभी उन्हें Temporal Lobe Epilepsy नाम की एक बीमारी हो चुकी थी. इस बीमारी के तहत मरीज धीरे-धीरे अपना याद्दाश्त खो बैठता है औऱ खुद के शरीर पर कंट्रोल नहीं रह पाता है. पांच साल के डॉक्टर से इलाज करवाने के बाद से मिशेल की हालत ठीक हो गई थी. लेकिन उसके बाद से पिर उसकी हालात दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही थी, अजीब आवाज में बात करने लगी थी जिसको सुन उसके घर वाले काफी परेशान दिखने लगे उन्हे लगने लगा था कि इसके उपर कोई भूत का साया आ गया है. इसको देखते हुए मिशेल के माता-पिता ने अपना पहचान के एक पादरी को बुलाया लेकिन पादरी के घर आते ही नजारा अचानक से बदल गया और सब देखकर सहम गए. पादरी को देखते ही मिशेल ने फर्श पर पेशाब कर उसे चाटने लगी. इस दौरान उसके चैहरे पर एक अजीब सी शैतानी हंसी थी. पादरी ने भी घरवालों को बताया कि उसकी बेटी के शरीर में शैतानी आत्मा है, वो भी एक नहीं छ. मिशेल मकड़ियों को भी खाने लगी थी और कुत्ते की तरह भौंकना शुरु कर दिया था. पादरी ने साफ कह दिया कि ये उसके अकेले की बस की बात नहीं है और कई पादरियों का साथ उन्हें चाहिए. झाड़ फूंक के बाद भी मिशेल की हालात में सुधार नहीं दिखा उल्टा औऱ शैतानी ताकत हावी हो गई. फिर उसने खुद को चोट पहुंचाना शुरु कर दिया. 18 महीने के दौरान 67 पादरियों ने मिलकर मिशेल की झाडफूंक किया पर कोई असर नहीं हो पाया. मिशेल अब खाना-पीना भी छोड़ दिया था. पादरी के पूछने पर उसने कहा कि शैतानी ताकत हमें भुख नहीं लगने देती. बाद में कुपोषन का शिकार होकर 23 साल के उम्र में उसकी मौत हो गई.