आर्यन श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
कोडरमा/डेस्क:अंग्रेजी हुकूमत के दौर में किसी को भी सामाजिक बहिष्कार कर उनका हुक्का पानी बंद करने के मामले आम होता था. बदलते दौर में आजादी के बाद भारत के संविधान ने इन्हे गैर कानूनी साबित कर दिया था. लेकिन आज भी आजादी के इतने वर्षों बाद भी दबंगों ने अपना हुकूमत चलाना जारी रखा है. उन्हें न तो संविधान से लेना देना है और न कानून व्यवस्था से. ऐसा ही एक मामला मरकच्चो थाना क्षेत्र के मुर्खमनाय टांड का सामने आया है. जहां दबंगों ने एक गरीब व्यक्ति का जमीन नहीं मिलने से इस कदर नाराज हुए की उनका पूरे गांव से हुक्का - पानी बंद कर सामाजिक बहिष्कार कर दिया. मामले को लेकर पीड़ित नारायण ठाकुर पिता स्व तिलकुरी ठाकुर ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर उक्त दबंगों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग किया है. उन्होंने अपने आवेदन में कहा है कि वो एक गरीब व्यक्ति है और किसी तरह मेहनत मजदुरी कर अपने परिवार का जीविकापार्जन करते हैं. उनके गांव के दबंग लोग गोपाल ठाकुर पिता तिलकुरी ठाकुर, सुधीर ठाकुर पिता गोपाल ठाकुर, छोटु ठाकुर पिता स्व बढ़न ठाकुर, दिलीप ठाकुर पिता छोटु ठाकुर, सुखदेव शर्मा पित्ता स्व बुधन ठाकुर, रितलाल ठाकूर पिता स्व खागो ठाकुर, सभी साकिन मुर्खमनाय टांड, थाना-मरकच्चो, जिला-कोडरमा ने एकमत होकर जबरजस्ती मुझे अपना जमीन बिक्री करने को लेकर मेरे घर पर आकर मजबुर करने लगे. जब मैं अपनी जमीन बेचने से मना कर दिया तो सभी लोग मुझे मारपीट किया तथा धमकी देने लगे कि तुम्हें जहाँ कहीं भी अकेले देखेंगे वहीं तुम्हें एवं तुम्हारे परिवार को जान से मारकर फेंक देंगे या किसी गुंडे से मरवा देंगे. वे सभी गांव वाले को एकजुट कर गांव घर से हमारे परिवार को बहिष्कार कर दिया और हुक्का - पानी बन्द करवा दिया. वे लोग धमकी दिया है कि किसी आदमी से अगर व्यूम लोग भूल से भी बात भी कर लेता है तो उस व्यक्ति से दण्ड व जुर्माना लेते हैं. जिसके डर से एक भी व्यक्ति हमलोग से बातचीत नहीं करते हैं.