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रांची/डेस्क: झारखंड की राजनीति के लिए आज का दिन बेहद खास है. चंपई सरकार ने विश्वास मत में बड़ी सफलता हासिल की है. दरअसल सदन में आहूत विश्वास प्रस्ताव के बाद सत्तापक्ष के 47 विधायकों ने विश्वास मत के लिए अपने वोट दिए. जबकि विपक्ष में 29 विधायकों ने अपना वोट डाला. इसके साथ ही सदन की कार्यवाही कल (6 फरवरी) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. बता दें, दो दिनों का विशेष सत्र आहूत किया गया है जिसमें आज सत्र का पहला दिन था.
आज झारखंड विधानसभा में दो दिवसीय विशेष सत्र आहूत किया गया है जिसमें चंपई सरकार सदन में बहुमत पेश करेंगी. सदन की कार्यवाही राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के अभिभाषण के साथ शुरू हो चुका है. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सीएम चंपई सोरेन ने सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश किया इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मैं विश्वास प्रस्ताव लाया हूं 2019 में ही विश्वास मत हेमंत सोरेन को मिला था सभी दिल पर हाथ रखकर वोट करें. ईडी आईटी सीबीआई का आज दुरुपयोग हो रहा है ये लोकतंत्र के लिए खतरा है लोकतंत्र को बचाना है हेमंत बाबू के लिए मुझे साथ दें.
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने दी नए सीएम चंपई सोरेन को बधाई
सदन में विश्वास प्रस्तवा पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को बधाई दी. साथ ही आगे उन्होंने कहा कि विश्वास प्रस्ताव के लिए सत्र आहूत हुआ है. राज्यपाल ने सरकार की उपलब्धि गिनवाई. ये PMO से नहीं CMO से आया है. लेकिन इनका विश्वास अपनी सरकार पर नहीं है चार साल में इनकी सरकार गई. हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दिया. राष्ट्रपति शासन नहीं लगा. दीमक की तरह ये सरकार को चाट रहे थे पहली सोरेन परिवार से बाहर का सीएम हुआ. जो आदिवासी विरोधी सरकार थी
अमर बाउरी ने कहा कि कांग्रेस का आदिवासी प्रेम दिखावा है. कांग्रेस जिसके साथ सटी वो जेल गया. मधु कोड़ा, गुरुजी, हेमंत सोरेन इसके गवाह है. उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन कांग्रेस से सावधान रहें.
सीएम चंपई सोेन के बाद हेमंत सोरेन ने सदन में रखी अपनी बात
विधानसभा में दो दिवसीय विशेष सत्र में आहूत विश्वास प्रस्ताव में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए है. सदन में प्रदेश के नए सीएम चंपई सोरेन के विश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद उन्होंने सदन में कहा कि मैं आज चंपई सोरेन के विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बोलने के लिए खड़ा हूं हमारी पार्टी और गठबंधन चंपई सोरेन के साथ है. 31 जनवरी की काली रात काला अध्याय देश के लोकतंत्र में नई तरीके से जुड़ा है 31 की रात देश में पहली बार कोई मुख्यमंत्री या पूर्व मुख्यमंत्री का गिरफ्तारी राजभवन के अंदर हुआ ये पहली घटना देश में हुआ है. इसमें राजभवन भी शामिल है जिस तरीके से ये घटना घटी मैं आश्चर्य में हूं.
हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं आदिवासी वर्ग से आता हूं सही गलत की समझ इंसान से लेकर जानवर तक को है बड़े सुनियोजित तरीके से 2022 से 2024 के 31 जनवरी की तारीख को घटना की पटकथा लिखीं गई. इस पकवान को धीमी आंच में पकाई गई. बड़े सुनियोजित तरीके से मुझे गिरफ्त मे लिया गया. आज बाबा साहेब के सपने से खिलवाड़ हुआ. जैसे बाबा साहेब ने अपना धर्म छोड़ बौद्ध धर्म अपनाया. इसी तरीके से आदिवासी समाज के साथ हो रहा है.
ईडी ने सदन में बोलने से रोकने की कोशिश की- हेमंत
हेमंत सोरेन ने कहा कि मुझे कोर्ट का आदेश मीडिया या बाहर नहीं बोलना है मुझे तो ईडी ने सदन में बोलने से भी रोकने की कोशिश की. राजभवन से गिरफ्तारी हुई है अब विधानसभा और राष्ट्रपति भवन से भी ऐसा होगा क्या. हेमंत ने कहा कि राज्यपाल ने 32 पन्नों का अभिभाषण पढ़ा. अभिभाषण पढ़ने के वक्त हम चिल्लाते रहे कि जब संविधान ही नहीं बचेगा तो क्या फायदा.
कागज में मेरा नाम हुआ तो ले लूंगा सन्यास - हेमंत सोरेन
आदिवासी दलित अल्पसंख्यक के साथ अन्याय हो रहा है. उसी का उदहारण 31 की घटना है विपक्ष के साथियों के तंत्र आज बोलते है कि इनको जंगल में ही रहना चाहिए. हम जंगल से निकले तो इनको तकलीफ है. हेमंत सोरेन ने कहा कि जो हुआ इसका मुझे आभास था इनके बयानों से मुझे इनकी कुंठा महसूस होती थी मगर मैने हार नहीं मानी है मुझे जेल में भेजकर ये सोचते है कि मुझे हरा देंगे..तो गलत है.
जब देश की आजादी की लड़ाई भी शुरू नहीं हुई थी तब से आदिवासी लड़ाई लड़ रहे हैं ईडी सीबीआई आईटी जिनको देश के संवेदनशील व्यवस्था मानी जाती है. जहां इनके सहयोगी करोड़ों अरबों डकार कर विदेश चले गए. उनपर करवाई की औकात इनमे नहीं है मुझे जिस जमीन के नाम पर गिरफ्तार किया गया है उनका कागज दिखाए अगर मेरा नाम हुआ तो राजनीति से सन्यास ले लूंगा. सन्यास ले लूंगा कागज में मेरा नाम हुआ तो.
विपक्ष ने सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया- सीएम चंपई
झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए प्रदेश के नए सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत है तो हिम्मत है चुनाव के वक्त हेमंत सोरेन को जनादेश प्राप्त हुआ था उनकी अगुवाई में सरकार बनी थी सरकार के गठन के साथ ही उस समय से विपक्ष ने सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया. सरकार बनते ही कोरोना आया. उस वक्त स्वास्थ्य सुविधा नहीं के बराबर थी हेमंत सोरेन ने सब संभाला. हेमंत सोरेन कुशल नेतृत्व करने वाले थे था देश और राज्य में लॉक डाउन हो गया था. युवा सम्राट हेमंत बाबू ने किसी को तकलीफ नहीं होने दिया. मजदूरों को हवाई जहाज से लाया गया. 2 साल सरकार का कोरोना में बीता. हेमंत बाबू ने चार साल सरकार चलाई. आदिवासी मूलवासी की बात हेमंत सोरेन ने समझी है.
मैं गौरव के साथ कहता हूं मैं हेमंत पार्ट -2 हूं- सीएम चंपई सोरेन
अपने विश्वास प्रस्ताव के दौरान सीएम चंपई सोरेन ने आगे कहा कि विपक्ष ने कहता है कि मैं हेमंत सोरेन सरकार का पार्ट 2 हूं मैं गौरव के साथ कहता हूं मैं हेमंत पार्ट 2 हूं सरकार ने सबके लिए काम किया क्या ये गुनाह था आदिवासी दलित के छात्रों को विदेश भेजा हेमंत बाबू ने क्या ये गलत है विपक्ष के साथियों को अलग राज्य बनने के बाद बहुत समय मिला सरकार चलाने का.
हेमंत सोरेन ने जल जंगल जमीन को बचाने का काम किया- चंपई
दिशोम गुरु शिबू सोरेन मेरे आदर्श है आज बोलने की इच्छा नहीं थी कैसे केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हुआ. हेमंत सोरेन को पूर्ण बहुमत मिला था सीएम रहते हेमंत बाबू को जमीन घोटाले के नाम पर जेल भेजा गया. जिस जमीन का कोई खाता बही नहीं है. जब जब आदिवासी मजबूत हुआ उसको दबाया गया. चाहे बिरसा मुंडा हो या कोई और हो. जल जंगल जमीन को बचाने का काम हेमंत सोरेन ने किया है हेमंत बाबू के साथ अन्याय हुआ है. उनकी क्या गलती है विपक्ष के साथ गांव जाने वाले है. ये जहां जायेंगे हेमंत बाबू का काम दिखेगा इसको कैसे मिटाएंगे ये. चंपई सोरेन ने कहा कि मैं हेमंत पार्ट 2 हूं
सभी दिल पर हाथ रखकर वोट करें- CM चंपई सोरेन
झारखंड माइनिंग उद्योगिक इलाका है स्थानीय को हक मिलेगा ये कानून हेमंत सोरेन ने बनाया. मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता था बंधु तिर्की के साथ क्या हुआ वही ईडी ने भानु प्रताप शाही पर भी नजर डाली. लेकिन उनका कुछ नही हुआ, क्योंकि वो बीजेपी में चले गए तो कुछ नही हुआ. भानु की संपति जमीन ईडी ने जब्त किया था मगर आगे करवाई नहीं हुई. हेमंत बाबू को रिमांड पर रखा गया है बहुत नाम है लेने लगे तो समय लगेगा. आदिवासी मूलवासी के हक अधिकार के लिए हेमंत बाबू ने कई योजना हेमंत लाया था. ये विपक्ष बर्दास्त नहीं कर सका और हेमंत सोरेन को जेल भेजा गया. आज मैं विश्वास प्रस्ताव लाया हूं 2019 में ही विश्वास मत हेमंत सोरेन को मिला था सभी दिल पर हाथ रखकर वोट करें. ईडी आईटी सीबीआई का आज दुरुपयोग हो रहा है ये लोकतंत्र के लिए खतरा है लोकतंत्र को बचाना है हेमंत बाबू के लिए मुझे साथ दें.
नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पेश कर रहे विश्वास प्रस्ताव
झारखंड में विधानसभा के विशेष सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण के बाद अब झारखंड प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन विधानसभा में विश्वास मत पेश कर रहे हैं. बता दें इसी प्रस्ताव पर कुछ देर में वोटिंग होगी.
राज्यपाल के अभिभाषण के बीच सदन में उठा हेमंत की गिरफ्तारी का मामला
झारखंड विधानसभा में दो दिवसयीय विशेष सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान कांग्रेसी विधायक प्रदीप यादव ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का मामला सदन में उठाया. उन्होंने हेमंत की गिरफ्तारी को बदले की राजनीति बताया साथ ही प्रदीप यादव ने कहा कि ऐसा रवैया कतई भी उचित नहीं है. इस दौरान कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव के साथ सत्तारूढ़ दल के कई विधायक भी खड़े हुए और उन्होंने भी प्रदीप यादव की बात दोहराई. वहीं इस बीच हेमंत सोरेन अपनी जगह पर ही बैठे रहे. विश्वास मत के लिए आहूत विधानसभा के इस दो दिवसीय विशेष सत्र में सत्ता पक्ष के विधायक एकजुटता दिखा रहे हैं.
राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुई सदन की विशेष सत्र
दो कार्य दिवस वाले इस सत्र में पहले दिन राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करने के लिए विधानसभा पहुंच चुके है. विधानसभा के विशेष सत्र की राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के अभिभाषण के साथ शुरुआत की गई. सबसे पहले राज्यपाल का अभिभाषण राष्ट्रगान के साथ शुरू किया गया. विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है. जिसके बाद विधानसभा की आगे की कार्यवाही शुरू होगी. इस दौरान मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार बहुमत साबित करेगी.
सरकार के पास 48 विधायकों का समर्थन है. जेएमएम और कांग्रेस ने वेब जारी कर दिया है. सरकार के पक्ष में मतदान करने का निर्देश दिया गया है. इसे लेकर जेएमएम और कांग्रेस ने विप जारी किया है.
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी की हिरासत में झारखंड विधानसभा पहुंच गए है. इसे पहले राजपाल सीपी राधाकृष्णन विधान सभा पहुंचे.
विश्वासमत में शामिल होंगे हेमंत सोरेन
झारखंड में फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए ईडी के अधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर रांची स्थित ईडी कार्यालय से निकले गए है. राज्य विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने के लिए सीएम चंपाई सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के विश्वास मत में हेमंत सोरेन शामिल होंगे.
फ्लोर टेस्ट में भाग लेने के लिए हैदराबाद से रांची पहुंच गए 38 विधायक
आपको बता दें कि कल सभी विधायक जो हैदराबाद गए हुए थे वह लौट आए है. तीन दिन तक कैंप करने के बाद हैदराबाद से सत्ता पक्ष के सभी विधायक रविवार को रात 9 बजे हैदराबाद से रांची बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे. अब सोमवार को इन्हें सीधे फ्लोर टेस्ट के लिए एक साथ बस में बैठा कर विधानसभा ले जाया जाएगा.