देश-विदेशPosted at: अगस्त 05, 2024 Varanasi: पानी में डूबा मणिकर्णिका घाट, पहले जहां जलती थी 50 से 60 शव अब वहीं 12 से 15 शव जल रही है
छतों पर करना पड़ रहा है अंतिम संस्कार

न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः- बारिश का कहर बढ़ने से बनारस में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. गंगा अपना रौद्ररुप धारण कर चुकी है. तटकिनारे छोटे मोटे मंदर भी जलमग्न हो चुके हैं. पहले तो आरती की जगह बदली गई थी अब तो मणिक्रणिका घाट में शाव दाह के स्थान को भी बदलना पड़ा चुंकि घाट का पानी उपर तक आ चुका है. बता दें कि इस घाट में शव दाह के लिए सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों से भी लोग शव दहन के लिए आते हैं. अब ऐसी स्थिति में बने प्लेटफार्म या छतों पर शव दाह प्रक्रिया शुरु कर दी गई है. लेकिन जगह की कमी के वजह से लोगों की समस्या बढ़ गई है. कहा जाता है कि मणिक्रणिका घाट में शव के दहन से लोगों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. लेकिन इसमें पतित पावनी मां गंगा अवरोध पैदा करने लगी है और मौक्ष प्राप्ति में अवरुद्ध पैदा करने लगी है. बनारस के ही परमानंद यादव अपने ही किसी की अंतिम विदाई के लिए यहं आए थे. उसने बताया कि सोमवार की वजह से रोज की अपेक्षा कम संख्या में शव दाह होने के बावजूद भी लोगों के लिए ये प्रक्रिया असहज महसूस हो रही है शव में परिक्रमा में भी काफी दिकक्ते आ रही हैं. वहीं शव यात्र मनोज यादव ने बतायाकि छत पर शव दाह करना पड़ रहा है लोगों के शरीर बी शव के साथ झुलस रहे हैं. जगह कम होने से लोगों के हाथ पैर जल रहे हैं, वहीं गंगाघाट में लकड़ी डूब जाने से लकड़ी बेचने वाले बी परेशान नजर आ रहे हैं. छतों पर अबी एकसाथ 15 शव जलाए जा रहे हैं वहीं पहले कुल 50 से 60 शव जलाए जाते थे. बाढ़ का पानी यदि और बढ़ता है तो और जगह कम पड़ सकती है.