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हुसैनाबाद/डेस्क:- पलामू जिला के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते दस दिनो पूर्व से दमदमी स्टोन एंड मोरम डिपो, जपला से गिट्टी लोडिंग के लिए गया एक ट्रक चालक रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था. दो दिन बाद उसका शव ट्रक के गिट्टी के नीचे दबा हुआ बिहार के दिघवारा के एक अनलोडिंग पॉइंट पर मिला. मृतक के शव से सनसनी फैल गई. इधर परिजनों ने इसे सुनियोजित हत्या करार देते हुए डिपो कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक की पहचान अनिल कुमार पिता कुंवर कल्याण गिरी, निवासी शंकरपुर, थाना हसपुरा, जिला औरंगाबाद ,बिहार का निवासी बताया गया है. मृतक के भाई मुकेश गिरी ने पोस्टमार्टम हाउस, छपरा में दिघवारा थाना पुलिस के समक्ष अपना फर्दबयान दर्ज कराया है. जिसमे बताया कि उनका भाई ट्रक संख्या-बीआर26 जीसी-1939 लेकर दिनांक 8 जून 2025 को लगभग 11 बजे दमदमी स्टोन डिपो, जपला से गिट्टी लोड कराने गया था और तभी से लापता था. गायब होने के बाद उसी दिन ट्रक के खलासी रजनीश कुमार द्वारा हुसैनाबाद थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
गत 10 जून को सुबह करीब 8:00 बजे सूचना मिली कि दिघवारा थाना क्षेत्र के एसपीएस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अनलोडिंग प्वाइंट पर जब उक्त ट्रक से गिट्टी खाली की जा रही थी, तभी उसमें दबा हुआ अनिल कुमार का शव बरामद हुआ. मुकेश गिरी ने अपने बयान में स्पष्ट कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि उनके भाई की हत्या डिपो के अंदर कार्यरत कर्मीयो ने ही की है. शव को उक्त ट्रक के डाला में गिट्टी के नीचे छुपाकर ट्रक को दिघवारा भेज दिया गया. पोस्टमार्टम हाउस में दिए गए इस बयान पर उनके बहनोई अरुण गिरी, पिता रामराज गिरी, निवासी रेगनिया, थाना रफीगंज की मौजूदगी में अंगूठे का निशान भी लिया गया. इस रहस्यमयी घटना को लेकर पुलिस छानबीन में जुटी हुई, वही माइंस डिपो में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. मृतक के परिवार वालो ने दोषियों की गिरफ्तारी और न्याय की मांग की है. इधर पुलिस ने घटना के बाद से दमदमी स्टोन माइंस में कार्य करने वाले कई लोगो से पूछताछ की परन्तु अभी तक इसकी अधिकारीक या पुलिसिया करवाई की कोई पुष्टि नही की गई.