प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: बिहार से बंगाल जा रही एक लक्जरी बस को बुधवार आधी रात के बाद जब पुलिस ने चेकिंग के लिए चौपारण थाना क्षेत्र में जीटी रोड पर रोका तो पुलिस की आंखे फटी की फटी रह गई. यह क्या, बस में यात्रियों की जगह ढेर सारी गाय लोड थी. मतलब साफ था जीटी रोड पर अब पशु तस्कर ट्रक के बजाय लक्जरी यात्री बसों से पशु की तस्करी करने लगे है. जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात्रि में पुलिस अधीक्षक, हजारीबाग को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि गौ तस्करों के द्वारा एक ब्लू रंग का रॉकी नामक बस में गौवंशीय पशुओं को लोडकर तस्करी करने हेतु बिहार से बंगाल के वधशालाओं में ले जाया जा रहा है.
सूचना का सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु थानेदार ने एक छापामारी दल का गठन किया. जिसमें थाना प्रभारी के अलावा पुअनि निलेश कुमार रंजन, चौपारण थाना सशस्त्र बल के जवान शामिल थे. प्राप्त सूचनानुसार चोरदाहा चेकपोस्ट पहुंचकर वहां तैनात सअनि बादल कुमार महतो एवं जैप-3 बल के सहयोग से बिहार से आने वाली वाहनों का सघन रूप से चेकिंग करने लगे. इसी दरम्यान समय करीब 02:05 बजे रात बिहार की ओर से एक ब्लू रंग का बस आता हुआ दिखाई दिया, जिसके चालक को वाहन चेकिंग हेतु रुकने का ईशारा किया गया, परन्तु बस का चालक वाहन को रोकने के बजाय बस को और तेजी से चलाते हुए चोरदाहा चेकपोस्ट में लगा वैरीकेटिंग को तोड़ते हुए चौपारण की ओर भागने लगा.
जिसे पकड़ने हेतु पीछा करने के कर्म में बस चालक अचानक घाटी के पास अपना गाड़ी खड़ा करके गाड़ी से कूद कर जंगल की ओर भागने लगा, जिसे पकड़ने हेतु काफी दूर तक पीछा किया गया परन्तु जंगल एवं अंधेरा का लाभ उठाकर बस चालक भागने में सफल हो गया. उसके बाद वापस आकर बस का जांच करने पर पता चला कि बस के अंदर की साड़ी सीट को हटाकर उसमें क्षमता से अधिक क्रूरता पूर्वक गौवंशीय पशुओं का पैर एवं मूंह बांधकर कुल 25 गौवंशीय पशुओं को बस के अंदर जबरन ठूंस-ठूंस कर छोटी सी जगह में लोड किया गया है तथा जानवरों को क्रूरतापूर्वक बांधने के कारण उनके गर्दन एवं नाक से खून बह रहा है, जिसमें से एक जानवर मृत पाया गया.
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साथ ही बस की तलाशी लेने के क्रम में यह पाया गया कि बस का रजिस्ट्रेशन नं०-BR-02AP-4852 है, जिसे उपर से स्टीकर के माध्यम से फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर चिपकाया हुआ है, जिसे उखाड़कर जांच करने पर अंदर में एक अन्य रजिस्ट्रेशन नंबर BR-02M- 6786 अंकित पाया गया. जांच के क्रम में बस के अंदर से भी फर्जी 18 रजिस्ट्रेशन नंबर का स्टीकर बरामद हुआ, जिसके उपरांत विधिवत् रूप से बरामद बस, फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर स्टीकर एवं जानवरों को जब्त किया गया. इस संदर्भ में चौपारण थाना काण्ड संख्या-159/24 09.05.2024 धारा-414/429/279/427/34, 11 (1) (a) (d) (e) (f) पशु कुरता निवारण अधि० एवं 12(i) (ii) (iii) गौवंशीय पशु हत्या प्रतिषेध अधि के अंतर्गत दर्ज कर काण्ड अनुसंधानभार पुअनि रतन टुड्डू को सौंपा गया है.