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रांची/डेस्क: देशभर में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और इसका असर अब दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तराखंड और हिमाचल तक साफ नजर आ रहा हैं. शनिवार को दिल्ली में तेज हवाओं और बारिश ने गर्मी से परेशान लोगों को राहत दी, लेकिन अभी मानसून की पूरी एंट्री बाकी हैं. मौसम विभाग ने राजधानी दिल्ली के लिए दो दिन का येलो अलर्ट जारी किया हैं.
दिल्ली में 27 जून को मानसून के दस्तक देने की संभावना जताई गई थी, लेकिन मौसम ने थोड़ी देर कर दी. अब 1 जुलाई तक बारिश का अलर्ट हैं. रविवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम 29 डिग्री रहने का अनुमान हैं. अगले तीन दिनों में तापमान और गिर सकता हैं.
उत्तराखंड-हिमाचल में तबाही का मंजर
पहाड़ों पर मानसून का कहर देखने को मिल रहा हैं. हिमाचल प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई हैं. रविवार को उत्तरकाशी के बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बलिगढ़ में बादल फटने की घटना सामने आई, जिसमें एक निर्माणाधीन होटल साइट पर काम कर रहे 8-9 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं. SDRF, NDRF और पुलिस की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं.
इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों के दौरान गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई हैं. सोमवार को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती हैं. 29 जून से 2 जुलाई तक पंजाब और हरियाणा में लगातार बारिश का पूर्वानुमान है, जबकि 3 और 4 जुलाई को पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया हैं.
उत्तर-पश्चिम भारत में भी तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी
उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 7 दिनों तक कई जगहों पर बारिश, बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना हैं.
पूर्वी और मध्य भारत भी होंगे प्रभावित
1 और 4 जुलाई को विदर्भ, अंडमान-निकोबार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और मध्य प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी हैं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड में गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं. 02 और 03 जुलाई को अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश का अनुमान है, जबकि 02 से 04 जुलाई के बीच असम, मेघालय और नागालैंड में भी तेज बारिश की संभावना हैं. तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई हैं. पहाड़ी इलाकों में यात्रा से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें, क्योंकि लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन और सड़कों के अवरुद्ध होने का खतरा बना हुआ हैं.