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झारखंड


भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि आज: धरती आबा के बलिदान को नमन

भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि आज: धरती आबा के बलिदान को नमन
न्यूज़11 भारत

रांची/डेस्क
: आदिवासी समाज के महानायक और स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि आज हैं. आज उनकी शहादत के 125 साल पूरे हो रहे हैं और 15 नवंबर को उनके जन्म के 150 साल पूरे होंगे. आज उनके 125वीं पुण्यतिथि पर खूंटी जिले सहित पूरे देश में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई जाएगी.  इस ऐतिहासिक मौके पर खूंटी जिले के उलिहातू, जो बिरसा मुंडा की जन्म और कर्मभूमि में बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे. राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, आदिवासी समुदाय, धार्मिक संस्थाओं और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भगवान बिरसा को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी.

 

एक ऐसे जननायक जिनसे थर्राते थे अंग्रेज

भगवान बिरसा मुंडा को भारतीय समाज एक ऐसे नायक के तौर पर जानता हैजिसने सीमित संसाधनों के बावजूद अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. उलगुलान की शुरुआत करने वाले ये वो शख्स थे जो जननायक के तौर पर इतिहास में दर्ज हो गए. बिरसा मुंडा ने अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे कर दिये थे. अंग्रेजों ने उन्‍हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था. जहां 9 जून 1900 को उन्‍होंने अपनी अंतिम सांस ली. इस दिन झारखंड समेत पूरे देश में उनका शहादत दिवस मनाया जाता है. उन्हें साल 1900 में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए गिरफ्तार किया गया और 9 जून 1900 को रहस्यमयी परिस्थितियों में रांची जेल के भीतर उनकी मौत हो गई. वे साल 1897 से 1900 के बीच अंग्रेजों के खिलाफ गोरिल्ला युद्ध लड़ते रहे. अंग्रेजों ने उन पर उस दौर में 500 रुपये की इनामी धनराशि रखी थी.

 

बिरसा मुंडा जेल पार्क में ली अंतिम सांस 

उलिहातू भगवान बिरसा मुंडा का जन्म स्थान है. इसी उलिहातू में 15 नवंबर,1875 को भगवान बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था. वहीं, राजधानी रांची के बीच में स्थित पुराना जेल है, जिससे अब बिरसा मुंडा जेल पार्क के नाम से जाना जाता हैं.  जहां फरवरी, 1900 को गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें रखा गया था. जहां 9 जून 1900 को उन्‍होंने अंतिम सांस ली थी. वह कक्ष आज भी सुरक्षित रखा गया है जिसमें उन्होंने अंतिम सांस ली थी. अब इस जेल का पुनरुद्धार किया जा रहा है. परिसर में ही बिरसा मुंडा की विशाल प्रतिमा लगाई गई है.

 

कोकर में स्थित है भगवान बिरसा मुंडा का समाधि स्‍थल

रांची शहर के कोकर में स्थित है भगवान बिरसा मुंडा का समाधि स्‍थल. यहां बिरसा मुंडा का अंतिम संस्कार किया गया था. अब इस स्‍थान को विकसित कर यहां भगवान बिरसा मुंडा की भव्य समाधि बनायी गयी है.



 

राज्यपाल, सीएम समेत कई नेताओं ने अर्पित की श्रद्धा सुमन

 

झारखंड के धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का आज शहादत दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर सूबे के राज्यपाल संतोष गंगवार कोकर स्थित बिरसा मुंडा समाधि स्थल पहुंचकर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की.

 


सीएम हेमंत सोरेन ने भी दी श्रद्धांजलि


सीएम हेमंत सोरेन ने भी बिरसा मुंडा समाधि स्थल पहुंचकर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धा सुमनअर्पित की. इस दौरान विधायक कल्पना सोरेन, राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने भी समाधि स्थल पहुंचकर भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया.



 


 


 


 


 


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