रोहन निषाद/न्यूज़ 11 भारत
पश्चिम सिंहभूम/डेस्क: पश्चिम सिंहभूम में शिक्षकों की कमी को जल्द दूर किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया की जा रही है, इसके अतिरिक्त जरूरत के हिसाब से शिक्षामित्र को डीएमएफटी फंड से मानदेय के आधार पर विद्यालय में सेवा देने का निर्णय लिया गया है। यह बातें तांतनगर प्रखंड के खेड़ियाटागर प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय में मैट्रिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी से पास होने वाले बच्चों को सम्मानित करते हुए मझगांव विधानसभा के लोकप्रिय विधायक निरल पूर्ति ने कहीं।
विधायक ने कहा कि इस बार जिला का मैट्रिक परीक्षा परिणाम राज्य में सबसे निचले स्तर पर रहा। इसको सुधार करने को लेकर संबंधित पदाधिकारी के साथ वार्ता की गयी है। शिक्षकों की कमी पूरे राज्य भर में है, लेकिन यहां बच्चों को बेहतर शिक्षा और बेहतर परिणाम के लिए हमें अतिरिक्त कदम उठाने की जरूरत है। इसी के तहत जिला प्रशासन के साथ निर्णय लिया गया है कि डीएमएफटी फंड से शिक्षामित्र की नियुक्ति मानदेय के आधार पर की जाएगी। जिससे वैसे विद्यालयों में अपनी सेवा देंगे, जहां शिक्षकों की घोर कमी है। इससे बच्चों की शिक्षा बेहतर करने में काफी मदद मिलेगी।
विधायक निरल पूर्ति ने कहा कि मझगांव विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा ही एकमात्र उपाय है जिससे हम आगे बढ़ सकते हैं। शिक्षा से विकास की लकीर खींची जा सकती है। मझगांव विधानसभा के अंतर्गत ही पढ़ने वाले हाटगम्हरिया प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कलाइया में तीन कमरों के भवन का शिलान्यास किया गया। जिससे बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़े। जब तक हम बच्चों को बेहतर सुविधा नहीं देंगे उनसे हम बेहतर परिणाम की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच है कि सुदूरवर्ती गांव के बच्चे भी उच्च शिक्षा हासिल करें। इसको लेकर विद्यालयों में किताब, कॉपी, शिक्षक, लाइब्रेरी, छात्रवृत्ति, ड्रेस, साइकिल की सुविधा प्रदान कर रही है। वहीं जो बच्चे उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते हैं उन्हें जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत विदेश में पढ़ाई के लिए भेजा जा रहा है। इसलिए अभिभावक का अनुरोध है कि बच्चों को स्कूल जरूर भेजें । आप अपने मन में यह शंका कभी पैदा ना करें कि आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है तो उच्च शिक्षा बच्चों को कैसे दिलाएंगे। आपके बच्चे पढ़ाई में तेज है तो झारखंड सरकार उनका हर शिक्षा के ख्वाहिश को पूरा करने के लिए कंधा से कंधा मिलाकर खड़ी है। विधायक ने अपने हाथों से मैट्रिक परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित करते हुए हौसला बढ़ाया। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य, विद्यालय के शिक्षक, ग्रामीण मुंडा, झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता समेत अन्य मौजूद थे।