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रांची/डेस्क: शहर की बड़ी आबादी पिछले तीन दिनों से प्यासी है, लेकिन पेयजल विभाग अब भी पाइपलाइन जोड़ने में जुटा है. पेयजल विभाग के कॉल सेंटर पर यह बताने वाला कोई नहीं है कि जलापूर्ति कब बहाल होगी. मंगलवार ( 23 जनवरी ) से दो लाख की आबादी प्यासी है. आज तीसरा दिन है. शुक्रवार को पानी मिलने की संभावना है या नहीं, इसकी सूचना भी पेयजल विभाग अभी तक नहीं दी है. बता दें, नौ जलमीनारों से जलापूर्ति नहीं हो सकी. जिस वजह से लोगों को वैकल्पिक व्यवस्था पर निर्भर रहना पड़ रहा है.
पाइप लाइन जोड़ी जा रही है
बता दें, बीते 3 दिनों से झारखंड स्टेट हाइवे अथॉरिटी (SAZ) द्वारा 8 लेन सड़क हीरक रोड में मुख्य राइजिंग जलापूर्ति पाइपलाइन को शहरी पाइपलाइन से जोड़ा जा रहा है. इसके कारण गोल्फ ग्राउंड, पुराना बाजार, मनियाटांड़, मटकुरिया, धोवाटांड़, भूदा, बरमसिया, धनसार व वासेपुर जलमीनार से जलापूर्ति नहीं हो सकी. इन सभी टंकियों में पहली लाइन से पानी की आपूर्ति की जाती है.
मात्र दस जलमीनारों से ही जलापूर्ति
बता दें, पेयजल विभाग 19 जलमीनारों से धनबाद के शहरी इलाकों में पानी की आपूर्ति करता है. यह जलापूर्ति दो लाइनों के माध्यम से की जाती है. एक लाइन से 9 जलमीनार और दूसरी लाइन से 10 जलमीनारों में पानी छोड़ा जाता है. वर्तमान में केवल एक ही लाइन चालू है जिससे पानी की आपूर्ति की जाती है. इस लाइन से गांधीनगर, स्टीलगेट, हीरापुर, मेमको मोड़, पॉलिटेक्निक, एसएनएमएमसीएच (SNMMCH), भूली, चीरागोरा, हिल कॉलोनी व पुलिस लाइन जलमीनार से जलापूर्ति की जा रही है.