न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: पाकिस्तान को अब अपना नाम बदल कर आतंकिस्तान रख लेना चाहिए. क्योंकि उसे आतंक से इतनी मुहब्बत है कि अब उसे इस बात की परवाह नहीं रही कि भारत उससे वार्ता करता है कि नहीं, सिंधु नदी का पानी फिर से मिलेगा कि नहीं, भारत के साथ फिर से व्यापार शुरू होगा कि नहीं, सिंधु नदी के साथ सारी नदियों का पानी भले सूख जाये, लेकिन आतंक की खेती लहलहाती रहनी चाहिए. क्योंकि इसके लिए पानी की नहीं खून बहाने की जरूरत होती है. और पाकिस्तान को खून बहाने में कभी गुरेज नहीं रहा है.
भारत ने 7 मई को पहलगाम आतंकी हमले के बदले में ऑपरेशन सिंदू चलाया था. इस ऑपरेशन में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के नौ आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया था. ये आतंकी शिविर जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के थे. इन आतंकी ठिकानों के तबाह होने की तस्वीरें खबरों और सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं. मगर अब यह पुरानी बात हो गयी है. पाकिस्तान 'कुत्ते की दुम' की तर्ज पर अब तक कायम है और उसने 'आतंक की इन दुकानों' को फिर से सजाने में जुट गया है.
बता दें कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत से हर तरह के रिश्ते तोड़ते हुए न सिर्फ व्यापार बंद किया, बल्कि पाकिस्तान की लाइफलाइन समझी जाने वाल सिंधु नहीं का पानी भी बंद कर दिया. सिंधु नदी का पानी बंद होना पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ी मार है. वह बिलबिला भी रहा है, धमकी भी दे रहा है कि ताकि भारत उसके साथ वार्ता के लिए तैयार हो जाये, लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद बंद नहीं करता है तब तक उसके साथ कोई भी वार्ता नहीं हो सकती.
अब आप इसी से समझ गये होंगे कि पाकिस्तान अपने आतंक के प्रशिक्षण केन्द्रों को फिर से शुरू करने में जु गया है. पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और सरकार भी आतंकवादियों को प्रश्रय देने में जुट गये हैं. खुफिया जानकारी के अनुसार, वे लूनी, पुटवाल, ताइपु पोस्ट, जमीला पोस्ट, उमरांवाली, चपरार, फॉरवर्ड कहुटा, छोटा चक और जंगलोरा जैसे क्षेत्रों में स्थित आतंक के प्रशिक्षण शिविरों को फिर से खड़े हो रहे हैं. जानकारी यह भी है कि पाकिस्तान इनके सुरक्षा के ऐसे इन्तजाम भी कर रहा है अगर भारत इन पर हवाई हमला करे तो उन्हें सुरक्षित रखा जा सके.
वैसे देखा जाये तो पाकिस्तान में आतंकवाद खत्म हुआ ही नहीं है. हाल के दिनों में आतंकियों ने पाकिस्तान में काफी उत्पात मचाया है. पाकिस्तान में आज ही आतंकियों ने एक सैन्य काफिले पर आत्मघाती हमला किया है. जिसमें 13 सैनिकों की मौत भी हो गयी है. इसलिए पाकिस्तान से कभी भी सुधरने की उम्मीद नहीं की जा सकती. पाकिस्तान कुत्ते की टेढ़ी दुम है, सीधी कभी नहीं हो सकती.