न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: मुहर्रम के मद्देनज़र झारखंड पुलिस पूरी तरह सतर्क है और राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय तैयारियां की जा रही हैं. डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर सभी जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और मुहर्रम के जुलूसों को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
डीजे पर पूरी तरह बैन
पुलिस ने साफ कर दिया है कि मुहर्रम के जुलूस में डीजे बजाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. यदि कोई व्यक्ति या समूह डीजे का इस्तेमाल करता पाया गया, तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सभी जिलों के एसपी को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि आदेश का सख्ती से पालन हो.
हाई लेवल मीटिंग में तय हुए सुरक्षा उपाय
राज्य के पुलिस मुख्यालय में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में डीजीपी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी रेंज के आईजी, डीआईजी और जिले के एसपी से बातचीत की. इस दौरान मुहर्रम के जुलूसों और त्योहार के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई अहम बिंदुओं पर चर्चा की गई और निर्देश दिए गए.
पुलिस को दिए गए खास निर्देश:
- जुलूस रूट का सटीक सत्यापन (Verification) किया जाए.
- जुलूस मार्गों पर ईंट-पत्थर जमा न होने दिए जाएं.
- संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाए.
- सभी जिलों में फ्लैग मार्च का आयोजन हो.
- अतिरिक्त बलों की समय पर मांग की जाए.
- पुराने उपद्रवियों या त्योहारों में माहौल बिगाड़ने वाले व्यक्तियों पर प्रिवेंटिव एक्शन लिया जाए.
- सभी जुलूस रूट को CCTV निगरानी में रखा जाए.
- डायल 112 को पूरी तरह एक्टिव मोड में रखा जाए.
- सभी जिलों के कंट्रोल रूम को हाई अलर्ट पर रखा जाए.
एसपी की जिम्मेदारी तय
राज्य पुलिस ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि मुहर्रम के दौरान कहीं पर भी कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है, तो उस जिले के एसपी को इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार माना जाएगा.
डीजीपी ने कहा - शांतिपूर्ण आयोजन सर्वोपरि
राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा, "हमारा मकसद यह सुनिश्चित करना है कि मुहर्रम का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं." मुहर्रम को लेकर प्रशासन की यह तैयारी राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा है. पुलिस द्वारा समय रहते उठाए गए ये कदम किसी भी संभावित तनाव या विवाद की स्थिति को रोकने में मददगार साबित हो सकते हैं.