न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः 13 जून (गुरूवार) को झारखंड मंत्रालय के विभिन्न विभागों के कार्य योजनाओं से संबंधित समीक्षा बैठक के बाद सूबे के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा है कि राज्य में जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा. ये जवाब मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने पत्रकारों द्वारा मंत्रिमंडल के विस्तार से जुड़े सवाल पूछे जाने पर दिया. आपको बता दें, टेंडर कमीशन घोटाला मामले में जेल जाने के बाद आलमगीर आलम ने राज्य के ग्रामीण विकास मंत्रालय के पद और कांग्रेस विधायक दल के नेता से इस्तीफा दे दिया है. आलमगीर आलम के मंत्री पद से इस्तीफा देने के कारण अब झारखंड कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से एक मंत्री बनना है.
13 जून को बैठक के बाद मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से बूटी रोड स्थित आवास में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर मुलाकात करने पहुंचे थे इस दौरान उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी मौजूद रहें. जेल में बंद आलमगीर आलम के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस कोटे से एक मंत्री पद खाली हो गया है जिसपर राज्य में JMM के सहयोगी दल कांग्रेस कोटे से इस रिक्त पद में नए मंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, मंत्री पद के लिए जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी को झारखंड मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए मंत्री बनाया जा सकता है.
हालांकि कांग्रेस कोटे से मंत्री पद के लिए नाम तय होने के बाद ही झारखंड मंत्रिमंडल विस्तार की दिशा में आगे की बात बढ़ेगी. जानकारी के लिए आपको बता दें, राज्य की चंपाई कैबिनेट में 12वें मंत्री का पद भी खाली है ऐसे में हाल ही में हुए गांडेय विधानसभा उपचुनाव में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के नाम को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई है. हालांकि इस बीच पार्टी सूत्रों ने कहा है कि कल्पना सोरेन की जम्मेदारी पार्टी नेतृत्व तय करेगा. सूत्रों का कहना है कि विधानसबा में कल्पना सोरेन को बोलने का अवसर मिले इसे लेकर विचार-विमर्श जारी हैं.
सांसद चुने गए 4 विधायकों ने विधानसभा को सौंपा अपना इस्तीफा
आपको बता दें, लोकसभा चुनाव 2024 में राज्य के कुल 4 विधायकों ने चुनाव में जीत हासिल कर संसद का रुख किया है ऐसे में नवनिर्वाचित चारों सांसदों ने झारखंड विधानसभा से अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसे झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने लोकसभा चुनाव 2024 में जीत हासिल करने वाले सभी चार नवनिर्वाचित सांसदों की झारखंड विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा को मंजूर कर लिया है. आपको बता दें, गुरुवार (13 जून) को JMM से मनोहरपुर विधायक सह पूर्व मंत्री जोबा मांझी और शिकारीपाड़ा से विधायक नलिन सोरेन ने विधासभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा. दोनों JMM विधायक रहे हैं. जबकि इससे एक दिन पहले 12 जून को बीजेपी से बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो और 10 जून को हजारीबाग विधायक मनीष जयसवाल ने अपने पद से इस्तीफा दिया था. ढुल्लू महतो और मनीष जायसवाल दोनों बीजेपी विधायक रहे हैं.
इन चार नवनिर्वाचित सांसदों के झारखंड विधानसभा सदस्यता से इस्तीफे के बाद अगर विधानसभा में दलीय स्थिति पर नजर डाले तो गांडेय विधानसभा से कल्पना सोरेन को शामिल करते हुए JMM के पास 28 विधायक. जबकि बाबूलाल मरांडी को मिलाकर बीजेपी के पास कुल 24 विधायक है. वहीं प्रदीप यादव को मिलाकर कांग्रेस के पास 17 विधायक हैं इसके अलावे AJSU के 3, NCP के 1, माले के 1 और RJD के 1, निर्दलीय 2 और मनोनित 1 सदस्य हैं. इस तरह झारखंड विधानसभा की कुल 81 विधानसभा सीटों में से 4 विधानसभा क्षेत्र बाघमारा, मनोहरपुर, शिकारीपाड़ा और हजारीबाग खाली पड़ गए हैं.