न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी NGT (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने देशभर में बालू खनन पर रोक लगाई है. जिसके अनुसार, अब आगामी 15 अक्टूबर तक नदियों से बालू खनन का कार्य नहीं किया जा सकेगा. इधर, बात करें झारखंड की तो JSMDC (झारखंड स्टेट मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के पास राज्य के 10 अलग-अलग जिलों के कुल 15 बालू घाटों के स्टॉक में लगभग 31 लाख CFT बालू उपलब्ध हैं. जिसका प्रयोग बिल्डर और कॉन्ट्रैक्टर के साथ आम लोग भी कर सकते हैं.
जाने कहां कितने हैं बालू के घाट
आपको बता दें, देवघर में बालू स्टॉक की संख्या 4 और सीएफटी में बालू की मात्रा 7 लाख हैं देवघर सहित राज्य के 15 अन्य में भी बालू घाटों के स्टॉक में CFT बालू उपलब्ध हैं.
चतरा में स्टॉक की संख्या- 3 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 10 लाख हैं.
गढ़वा में स्टॉक की संख्या- 1 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 1.75 लाख
दुमका में स्टॉक की संख्या- 1 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 1.3 लाख
गुमला में स्टॉक की संख्या- 1 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 2.5 लाख
खूंटी में स्टॉक की संख्या- 1 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 1.25 लाख
हजारीबाग में स्टॉक की संख्या- 1 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 0.8 लाख
लातेहार में स्टॉक की संख्या- 1 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 55 लाख
कोडरमा में स्टॉक की संख्या- 1 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 3 लाख
सरायकेला में स्टॉक की संख्या- 1 और सीएफटी में बालू की मात्रा- 1.8 लाख
ऐसे करें ऑनलाइन बुकिंग
बालू की उपलब्धता के लिए बालू खरीददारों को जेएसएमडीसी की आधिकारिक वेबसाइट
jsmdc.in पर जाकर ऑनलाइल बुकिंग करनी होगी. इसके लिए उन्हें अपना आईडी-पासवर्ड क्रिएट (बनाना) होगा. आपको बता दें, यहां आपको प्रति सीएफटी 7.5 रुपये की दर से बालू उपलब्ध करवाया जाएगा. मगर प्रति सीएफटी 7.5 रुपये के साथ उपभोक्ताओं को 4 प्रतिशत जीएसटी का भुगतान भी करना पड़ेगा. इसके साथ ही बालू खरीददारों को बालू ले जाने के लिए खर्च भी खुद ही उठाना होगा.
कई आईडी कार्ड का प्रयोग कर बालू उठाव का काम करते है बालू माफिया
आपको बता दें, जेएसएमडीसी आम उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा देती है. मगर राज्य में इसका फायदा आम लोगों के बजाय बालू माफिया भारी संख्या में उठाते हैं. वे कई बार अलग-अलग आई कार्ड (आधार कार्ड) का प्रयोग करते हुए बालू उठाने का फायदा लेते हैं बालू माफियाओं उपलब्ध इसी बालू का उठाव कर रहे है और मार्केट में वे इसे ऊंची कीमतों में बेचने का काम कर रहे हैं.