न्यूज11 भारत
रांची/डेस्क: पश्चिम से चल रही हवाओं ने मौसम को दो तरह से प्रभावित किया है. पहला, उत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है और दूसरा, इसने मानसून की राह भी रोक दी है. दो सप्ताह पहले बंगाल की खाड़ी में उठे 'रेमल' चक्रवात के कारण मानसून ने जो गति पकड़ी थी, वह अब करीब-करीब थम सी गई है.
मानसून जल्द पकड़ सकता है रफ्तार
मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि 10 जून के बाद मानसून आगे नहीं बढ़ा है. यह जहां था, वहीं ठहरा हुआ है. लेकिन अच्छी बात यह है कि अब अनुकूल परिस्थितियां बनने लगी है. 4-5 दिन में मानसून फिर रफ्तार पकड़ सकता है. भारत में जून माह से लेकर सितंबर के बीच मानसून की दो शाखाएं एक्टिव रहती है. एक शाखा बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आती है तो दूसरी अरब सागर से प्रवेश करती है. बंगाल की खाड़ी वाली शाखा अभी काफी कमजोर हो गई है, लेकिन पश्चिमी शाखा सक्रिय है.
इन पड़ रही Monsoon की बारिश
इसकी वजह से गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्सों सहित दक्षिणी प्रदेशों में अच्छी-खासी मानसूनी बारिश हो रही है. पूर्वी शाखा सबसे ज़्यादा क्षेत्र को प्रभावित करती है. इसकी धीमी गति ने देश की औसत बारिश पर बहुत ज़्यादा असर डाला है.
इन राज्यों में भारी बारिश के आसार
IMD के अनुसार आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और पूर्वी बिहार के कुछ भागों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने लगी है. 4 से 5 दिनों में बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. इस क्रम में पूर्वी मानसून रफ्तार पकड़ सकता है और बिहार-झारखंड से आगे बढ़कर उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ सकता है.