अमित कुमार/न्यूज़11 भारत
सासाराम/डेस्क: बिहार में इन दिनों निगरानी अन्वेषण ब्यूरो एवं सीबीआई भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. बुधवार की शाम भी सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और यूनियन बैंक के मैनेजर एवं एक अन्य कथित कर्मचारियों को छ हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
मुद्रा लोन के नाम पर ली रिश्वत
बताया जाता है कि शहर के एक शिकायतकर्ता रौशन कुमार ने यूनियन बैंक में मुद्रा लोन के लिए अप्लाई किया था। मुद्रा लोन स्वीकृत होने के वावजूद बैंक मैनेजर पीड़ित के खाते में राशि ट्रांसफर नहीं कर रहे थे और लगातार बैंक द्वारा टालमटोल किया जा रहा था. पीड़ित ने जब इसकी शिकायत सीबीआई के भ्रष्टाचार निरोधक दल को दी तो विभाग ने पहले शिकायत का सत्यापन किया और फिर भ्रष्ट बैंक मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी. प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंक मैनेजर ने राशि ट्रांसफर के लिए सात हजार रुपए रिश्वत मांगी थी और जब पीड़ित ने बैंक मैनेजर को छ हजार रुपए दिए तो उसी वक्त सीबीआई की टीम ने बैंक मैनेजर को रंगे हाथों दबोच लिया. इस क्रम में बैंक मैनेजर और सीबीआई टीम के बीच हल्की नोक झोंक भी हुई, जिससे घटनास्थल पर लोगों की भीड़ भी जमा हो गई.
दो लोगों की हुई गिरफ्तारी
सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार यूनियन बैंक के मैनेजर विजय कुमार एवं एक कथित कर्मचारी विक्की कुमार को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी दी गई कि पीड़ित को बैंक द्वारा तीन लाख रुपए का मुद्रा लोन सैंक्शन किया गया था, लेकिन राशि ट्रांसफर के लिए सात हजार रुपए रिश्वत मांगी जा रही थी. वहीं सीबीआई की कार्रवाई के दौरान एक दिलचस्प जानकारी सामने आई. बताया गया कि बैंक मैनेजर के साथ गिरफ्तार एक कथित कर्मचारी विक्की कुमार बीते 16 वर्षों से बैंक में अवैध रूप से कार्य कर रहा था. जिसके बारे में फिलहाल सीबीआई विस्तृत जानकारी जुटा रही है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ छठी करवाई
दरअसल जिले में निगरानी विभाग एवं सीबीआई की लगातार हो रही कार्रवाई से ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीते दो महीने के भीतर निगरानी विभाग व सीबीआई की कुल मिलाकर यह छठी कार्रवाई है, जिसने जिले के भ्रष्ट अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है.